Wrestlers Protests: 'हाल में विनेश फोगाट ने की थी बृजभूषण सिंह से मुलाकात', जानें इस दावे पर क्या बोलीं पहलवान
Wrestlers Protest: प्रदर्शन कर रही पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हमारी मांग है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की पॉक्सो एक्ट में गिरफ्तारी हो.
Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इसको लेकर सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज भी की है. इसी बीच सिंह के खिलाफ कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने मंगलवार (2 मई) को कहा कि वो (बृजभूषण सिंह) झूठ बोल रहे हैं.
पहलवान विनेश फोगाट ने कहा, ''ये (बृजभूषण शरण सिंह) बोल रहे हैं कि मैं उनसे 10-15 दिन पहले मिली थी, लेकिन यह सही नहीं है. मैं उनसे (बृजभूषण शरण सिंह) 2018 में शादी पर अपने पति के साथ मिली थी. मैं तो सिंह से दो साल से मिली भी नहीं.''
वहीं बजरंग पूनिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वे यौन उत्पीड़न के खिलाफ हैं, किसी नियम के खिलाफ नहीं. दरअसल डब्ल्यूएफआई ने ओलंपिक के लिए नियम बनाया है कि जो खिलाड़ी ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करके आएगा उनमें से जिस खिलाड़ी का ट्रायल लेने का डब्ल्यूएफआई का मन करेगा, सिर्फ उसका ट्रायल होगा, सभी का ट्रायल नहीं होगा.
क्या दावा किया?
पहलवान विनेश फोगाट ने दावा किया कि हमें हर तरह से बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. दिल्ली पुलिस ने तो शिकायत भी 6 दिन बाद दर्ज की और आज जवाब नहीं दे रही. पुलिस कोशिश कर रही है कि इसमें ज्यादा से ज्यादा देर की जाए. पुलिस सिंह को इतना समय इसलिए दे रही है ताकि वो हर तरीके से अपना बचाव कर सकें लेकिन हमें सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास है.
विनेश फोगाट ने आगे कहा कि मीडिया से बात करने के दौरान वो आदमी (बृजभूषण शरण सिंह) पागलों जैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहा था. जो बंदा मीडिया के सामने ऐसी बात कर सकता है वो बंद कमरे में क्या- क्या बोलता होगा. सिंह के मांग बदलने के आरोप पर साक्षी मलिक ने कहा कि हम हर दिन मांग नहीं बदल रहे, पहले पॉक्सो एक्ट में गिरफ्तारी हो. फिर जांच की प्रक्रिया चलती रहे ये बात पहले से कह रहे हैं.
बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित देश के चोटी के पहलवानों ने जंतर मंतर पर धरना दे रखा है. वह बृजभूषण पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं जिनके खिलाफ उन्होंने महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. उनकी मांग है कि आरोपों की जांच करने वाले केंद्र के पैनल के निष्कर्षों को सार्वजनिक किया जाए.