Rakesh Tikait On New Parliament Inauguration: एक तरफ रविवार (28 मई) को जहां नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया वहीं दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने किसानों की पंचायत में कहा कि देश में तानाशाही चल रही है. पहलवान बेटियों को जबरन सड़क पर घसीटने वाली केंद्र सरकार खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है. किसान सरकार की इस तानाशाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे.


उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “पहलवान बेटियों को जबरन सड़क पर घसीटने वाली केंद्र सरकार संसदीय मर्यादाओं की दुहाई देकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है, लेकिन बेटियों की चीख आज हुक्मरानों को नहीं सुनाई दी. हमारी बेटियों को हिरासत से छोड़ने और न्याय मिलने तक किसान गाजीपुर बॉर्डर पर डटे रहेंगे.”






राकेश टिकैत ने दी थी पुलिस प्रशासन को चेतावनी


इससे पहले उन्होंने कहा था, “हमारा दिल्ली जाने का प्रोग्राम है. प्रशासन ने सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के घरों पर फोर्स लगा रखी है. प्रशासन या तो सुबह 10:00 बजे तक फोर्स हटा ले. अभी हमारा एक दिन का प्रोग्राम है, गाड़ी से जाएंगे. अगर सुबह 10:00 बजे तक किसी भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी के घर पर फोर्स लगी रही या उसे कोई चोट आई तो हम दिल्ली गाड़ी से नहीं ट्रैक्टर से जाएंगे, ये समझ लेना. अभी एक दिन का प्रोग्राम है. अगर सुबह तक फोर्स रही तो मैं रविवार को 11 बजे फिर लाइव आऊंगा.”


राकेश टिकैत ने कहा, "ये बीजेपी वालों की दी हुई जिंदगी नहीं है, न यह हुर्रियत कांफ्रेंस के आदमी हैं कि आप उनको रोकने की कोशिश करोगे. किसी के यहां भी फोर्स रही तो ट्रैक्टर से किसान निकलेगा. किसान ट्रैक्टर से निकला तो वह फिर एक दिन के लिए नहीं निकलेगा. अगर किसान ट्रैक्टर लेकर निकला तो जब तक आंदोलन समाप्त नहीं होगा तब तक वापस नहीं आएंगे."


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