Wrestlers Protest: 'तैरना कैसे है, हम भी जानते हैं', बृजभूषण बोले- गंगा में मेडल बहाने से मुझे फांसी नहीं मिलेगी
Wrestlers Protest: बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि गंगा में मेडल डालने से बृजभूषण को फांसी नहीं मिलेगी.
Wrestlers Protest: पहलवानों के मेडल गंगा में बहाने को लेकर मंगलवार (30 मई) दिन भर चले हाई वोल्टेज 'दंगल' पर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने प्रतिक्रिया दी है. सिंह ने कहा, गंगा में मेडल डालने से बृजभूषण को फांसी नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा, पहले दिन जब मेरे ऊपर आरोप लगाया गया तो मैंने कहा, कब हुआ, कहां हुआ, किसके साथ हुआ. अगर एक भी आरोप साबित हो जाएगा तो बृजभूषण सिंह खुद फांसी पर चढ़ जाएंगे. चार महीने हो गए. सरकार मुझे फांसी नहीं दे रही है तो अपना मेडल लेकर गंगा में बहाने जा रहे हैं.
बृजभूषण ने आगे कहा, मुझ पर आरोप लगाने वालों, गंगा में मेडल बहाने से मुझे फांसी नहीं मिलेगी. अगर तुम्हारे पास सबूत हैं तो जाकर पुलिस को दो, कोर्ट को दो और कोर्ट मुझे फांसी देगा तो मैं फांसी चढ़ जाऊंगा. बृजभूषण ने खिलाड़ियों के मेडल बहाने की घोषणा को इमोशनल ड्रामा बताया. बृजभूषण का ये बयान पहलवानों के मेडल गंगा में बहाने के ऐलान के एक दिन बाद आया है.
भगवान बड़ा काम लेना चाहते हैं- बृजभूषण
बृजभूषण ने एक शेर पढ़ा- बाढ़ कैसे आती है, आप भी जानते हैं, तैरना कैसे है, हम भी जानते हैं. बीजेपी सांसद ने कहा, हम उस राम को अपना आदर्श मानते हैं, जो अपने पिता के वचन को निभाने के लिए वन चले गए. अगर एक भी आरोप साबित हो जायेगा तो बृजभूषण सिंह खुद फांसी पर चढ़ जाएंगे.
बृजभूषण ने कहा, ये ऐसा आरोप है कि अपने ही लोग कहने लगते हैं कि बिना आग के धुआं नहीं उठता. मेरे ऊपर ये आरोप इसलिए लगा है क्योंकि भगवान हमसे कोई बड़ा काम लेना चाहते हैं.
खिलाड़ियों की कामयाबी में मेरा खून-पसीना- सिंह
उन्होंने कहा, इन खिलाड़ियों की कामयाबी में मेरा खून-पसीना लगा हुआ है. मैं इन्हें कोई श्राप नहीं देना चाहता हूं. ओलंपिक में 7 मेडल आए हैं, इसमें 5 मेरे कार्यकाल में आए हैं. मैंने कुश्ती को किया है. कुछ दिन पहले तक ये मुझे कुश्ती का भगवान मानते थे.
बृजभूषण ने दावा किया कि उनके साथ जाट से लेकर मुसलमान और ब्राह्मण से लेकर तेली तक खड़ा है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक मेरे समर्थन में लोग खड़े हैं. उन्होंने कहा, आपका आशीर्वाद रंग लाएगा और 5 तारीख को हम संतो के सामने जुटेंगे और जो फैसला आएगा उसका सम्मान होगा.