Delhi Police On Brij Bhushan Sharan Singh: यौन शोषण के आरोपों के तहत भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों धरना प्रदर्शन 13वें दिन दिल्ली के जंतर-मंतर पर जारी रहा. इस बीच शुक्रवार (5 मई) को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने सात महिला पहलवानों के बयान दर्ज कर लिए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
इससे पहले 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थीं.
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ इन धाराओं में हैं केस दर्ज
पुलिस के मुताबिक, WFI चीफ के खिलाफ एक मामला भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल प्रयोग करना), 354ए (यौन उत्पीड़न) और 354डी (पीछा करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था जबकि दूसरा पॉक्सो एक्ट की धारा 10 के तहत दर्ज किया गया था.
एक अधिकारी ने बताया कि पहलवानों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और जांच की जा रही है. एफआईआर में जिन घटनाओं का जिक्र किया गया है, वे कथित तौर पर 2012 और 2022 के बीच विदेशों समेत अलग-अलग स्थानों पर हुईं.
बृजभूषण शरण सिंह यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद हैं. पहलवान सिंह के खिलाफ 23 अप्रैल से जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं. बुधवार (3 मई) रात धरना परिसर में फोल्डिंग बेड लाने के चलते पहलवानों और पुलिस के बीच कथित तौर पर हाथापाई भी हो गई थी.
पहलवानों ने बनाई दो समितियां
विरोध प्रदर्शन करने वाले पहलवानों ने शुक्रवार (5 मई) को ही बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपनी लड़ाई में भविष्य की रणनीति पर सलाह देने के लिए दो समितियों का गठन किया. सुप्रीम कोर्ट की ओर से उनकी याचिका पर कार्यवाही बंद करने के बाद पहलवानों ने अपने अगले कदम पर विचार करना शुरू कर दिया. इस बीच खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने उनसे मौजूदा तंत्र और प्रणाली पर विश्वास रखने का अनुरोध करते हुए कहा कि जांच से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा.
बजरंग पूनिया ने ये कहा
बजरंग पूनिया ने कहा, ‘‘विनेश (फोगाट) कानूनी टीम के साथ इस पर चर्चा कर रही है. हम इस मामले पर कल सूचित करेंगे. आज हमने दो समिति बनाई, इसमें एक 31 सदस्यीय समिति है और दूसरी नौ सदस्यीय है. हमारी 31 सदस्यीय समिति में खाप पंचायत, किसान और महिला संगठन से जुड़े लोग हैं जबकि नौ सदस्यीय समिति कुश्ती से जुड़े फैसले करेगी.’’
बजरंग ने कहा, ‘‘मैं खेल मंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे आएं और सच्चाई का साथ दें.’’ ओलंपिक पदक जीतने वाले इस पहलवान ने कहा, ‘‘हम शायद न्यायालय जाकर अपनी लड़ाई फिर से शुरू करेंगे. यह लड़ाई तीन पहलवानों तक ही सीमित नहीं है.’’
पुलिस ने प्रदर्शन स्थल पर ज्यादा पहलवानों के प्रवेश को रोका
दिल्ली पुलिस की ओर से प्रदर्शन स्थल पर और ज्यादा पहलवानों के प्रवेश को रोक दिया गया है जिसके कारण विरोध प्रदर्शन के 13वें दिन कुछ ही किसान पीड़ित पहलवानों को अपना समर्थन देने के लिए जंतर-मंतर पहुंच सके. कुछ राजनीतिक और किसान नेताओं ने पहलवानों से मुलाकात की. इसमें कांग्रेस की कुमारी शैलजा, किरण चौधरी और अनिल कुमार ने पहलवानों को अपना समर्थन दिया.
बजरंग ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हम जेल में हैं. हर तरफ ‘बेरिकेड्स’ लगे हैं. पुलिस भी हमारे समर्थकों को गुमराह कर रही है. हमारे कई समर्थक दिल्ली की सीमा के पास बैठे है.’’ ओलंपिक पदक विजेता बजरंग ने इससे पहले कहा, ‘‘हमारी कानूनी टीम और सलाहकार अगले कदम पर चर्चा कर रहे हैं. किसी चीज को अंतिम रूप देने के बाद हम आपको बताएंगे.'' पहलवानों के पास पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं होने पर निचली अदालत या दिल्ली हाई कोर्ट में जाने का विकल्प है.
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ये कहा
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस दौरान लखनऊ में एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मैं प्रदर्शन कर रहे सभी खिलाड़ियों से अनुरोध करता हूं कि उनकी मांगे मान ली गई है. अदालत ने भी निर्देश दे दिये हैं और उन्हें निष्पक्ष जांच पूरी होने देना चाहिये.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी और कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’’
इस बीच हरियाणा में कई खापों ने भी प्रदर्शनकारी पहलवानों का समर्थन किया है. हिसार, भिवानी, जिंद और रोहतक में कई खाप ने पहलवानों के समर्थन में प्रदर्शन किए. इस बीच भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के पूर्व अध्यक्ष और महान बल्लेबाज सौरव गांगुली ने उम्मीद जाताई कि मौजूदा कुश्ती विवाद का ‘समाधान’ हो जाएगा लेकिन उन्होंने इस मामले में कोई और टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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