Wrestlers Protest Highlights: यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग आया पहलवानों के समर्थन में, भारतीय कुश्ती संघ को बैन करने की दी धमकी
Wrestlers Hunger Strike Highlights: बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं विनेश फोगाट और साक्षी मलिक अपने मेडल गंगा में बहाने के लिए हरिद्वार पहुंची थीं.
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने पहलवानों के विरोध प्रदर्शन पर कड़ा बयान जारी किया है. इसने बृजभूषण के खिलाफ जांच पर निराशा व्यक्त की और 45 दिनों के भीतर डब्ल्यूएफआई के चुनाव नहीं होने पर भारत को सस्पेंड करने की धमकी दी है.
किसान नेता नरेश टिकैत ने कहा कि पूरी सरकार एक व्यक्ति (डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह) को बचा रही है. कल खाप पंचायत की बैठक होगी. 5 दिन के अंदर निर्णय लिए जाएंगे.
किसान नेता नरेश टिकैत ने पहलवानों को मेडल गंगा में बहाने से रोक दिया है. खिलाड़ी अब वापस लौट रहे हैं.
किसान नेता नरेश टिकैत हरिद्वार पहुंचे. यहां पहलवान गंगा नदी में अपने पदक विसर्जित करने के लिए एकत्र हुए हैं. उन्होंने पहलवानों से मेडल लिए और पांच दिन का समय मांगा.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने इनके (पहलवानों) साथ किया, वो गलत है. मैं समझता हूं कि इसकी तरफ प्रधानमंत्री को देखना चाहिए और जिस सांसद ने ये किया है उसके खिलाफ FIR दर्ज किया जाए और उसे सजा दी जाए.
गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि हर की पौड़ी पर मेडल प्रवाहित नहीं करने देंगे. कहा कि ये धार्मिक जगह है, इसका विरोध के लिए इस्तेमाल नहीं होने दे सकते. पहलवान फिलहाल हर की पौड़ी से 50 मी दूर गंगा किनारे घाट पर बैठे हैं.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "पूरा देश स्तब्ध है. पूरे देश की आंखों में आंसू हैं. अब तो प्रधानमंत्री जी को अपना अहंकार छोड़ देना चाहिए."
पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले ने विरोध करने वाले पहलवानों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि 28 मई को हमारे पहलवानों के साथ मारपीट के बारे में सुनकर निराशा हुई. बातचीत के जरिए कुछ भी हल किया जा सकता है. जल्द से जल्द समाधान की उम्मीद है.
पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध के निशान के रूप में अपने पदक गंगा नदी में विसर्जित करने के लिए हरिद्वार पहुंचे.
श्री गंगा सभा पहलवानों के गंगा में मेडल प्रवाहित करने का विरोध करेगी. सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि गंगा का के क्षेत्र को राजनीति का अखाड़ा न बनाए. मेडल खेल की अस्थियां नहीं हैं, खेल अजर अमर है. पूजा करें तो स्वागत है. भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे, मेडल प्रवाहित करने से रोकेंगे.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बालियान खाप के प्रधान चौधरी नरेश टिकैत व अन्य खापों के प्रधान पहलवानों से मिलने के लिए हरिद्वार जल्दी पहुंच रहे हैं. आप सभी पहलवानों से अनुरोध है कि गलत कदम मत उठाओ.
हर की पौड़ी में गंगा नदी में मेडल बहाने के लिए पहुंचीं पहलवान साक्षी मलिक और विनेश फोगाट रोती हुई दिखीं. उनके हाथों में मेडल का बैग दिखा.
यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर डब्ल्यूएफआई चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध कर रहे पहलवान गंगा नदी में अपने मेडल विसर्जित करने के लिए हरिद्वार पहुंच चुके हैं. वीडियो में खिलाड़ियों को भावुक होते हुए और मेडल को सीने से लगाते हुए देखा गया.
हरियाणा में एक बार फिर से पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर खापों ने बैठक बुलाने का फैसला किया है. 2 जून को कुरुक्षेत्र में प्रदेश भर की खापें जुटेंगी. यह महापंचायत कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में होगी. कंडेला खाप ने इस बात की जानकारी दी है.
राजस्थान की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने पहलवानों से अपील की है. उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार की हठधर्मिता से आहत होकर अपनी मेहनत से अर्जित किए गए मेडल्स को गंगा में बहाने का फैसला वापस ले लेना चाहिए. क्योंकि मेडल गंगा में बहाने का निर्णय हताशा का प्रतीक है और हताश होकर कोई भी लड़ाई नहीं जीती जा सकती है."
युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा, "सरकार की हठधर्मिता के चलते देश की बेटियां अब मां गंगा में अपने मेडल बहाने को मजबूर हैं. मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की जरूरत है, ये मेडल किसी भी सरकार या व्यक्ति की वजह से नहीं बल्कि उनकी मेहनत की बदौलत उन्हें मिले हैं."
पहलवान गंगा में मेडल बहाने के लिए हरकी पैड़ी पहुंच चुके हैं. यहां मौजूद सभी पहलवानों ने मेडल बाहर निकाल चुके हैं. 6 बजे वह मां गंगा में अपने मेडल बहा देंगे. इनमें विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई शीर्ष प्रदर्शनकारी पहलवान शामिल हैं.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि पहलवानों को इंडिया गेट पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी. राष्ट्रीय स्मारक प्रदर्शन स्थल नहीं. इससे पहले उन्हें जंतर-मंतर से भी हटा दिया गया था.
विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई शीर्ष प्रदर्शनकारी पहलवान गंगा में अपने मेडल बहाने जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, पहलवान हरिद्वार पहुंच गए हैं. वह अब हरकीपौरी के लिए निकल चुके हैं.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे पहलवानों को पीटा गया और प्रताड़ित किया गया. मैंने पहलवानों से बात की और उन्हें अपना समर्थन दिया. हम उनके साथ हैं. एक व्यक्ति पर मारपीट का आरोप है, उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा? पूजा-पाठ तभी होता है, जब इंसानियत की पूजा होती है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने पहलवानों से मेडल प्रवाह ना करने को कहा है. लखीमपुर खीरी में राकेश टिकैत ने कहा कि ये देश की धरोहर है, वह देश के मेडल हैं. हताश होने की जरूरत नहीं है. संघर्ष करिए, आजादी की भी लड़ाई 90 वर्ष तक चली थी और इसमें भी बातचीत की जाएगी. देश की राष्ट्रपति को मेडल वापस करेंगे, गंगा में प्रवाह नहीं करना. हमने पुलिस और एलआईयू को भी कहा है उनको रोके समझाएं.
पहलवानों के पदकों को गंगा में प्रवाहित करने की घोषणा पर हरिद्वार पुलिस ने कहा कि वह पहलवानों को जिले में प्रवेश करने से या पदक विसर्जित करने से नहीं रोकेगी. हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि पहलवान कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं. अगर वे अपने पदक गंगा में विसर्जित करने आ रहे हैं तो हम उन्हें नहीं रोकेंगे. न ही मुझे अपने वरिष्ठ अधिकारियों से ऐसा कोई निर्देश मिला है.
पहलवानों द्वारा गंगा में मेडल बहाने पर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये बहुत पीड़ा की बात है. पहलवान बड़ी मेहनत से मेडल जीत के आते हैं और इसके बाद यही BJP नेता लाइन लगाकर आते हैं फ़ोटो खिंचवाने के लिये. आज कहां हैं ये सभी बीजेपी नेता. इन लड़कियों से कहा गया नार्को टेस्ट करा लो. वो सभी तैयार भी हो गयी फिर बीजेपी चुप हो गयी. जिस जिस जगह इसकी चर्चा होगी वहां हिंदुस्तान का सिर शर्म से झुक जायेगा. जिस बृजभूषण के खिलाफ कई लड़कियों ने बयान दिया है उसकी गिरफ़्तारी नहीं हो रही है. ये बहुत शर्म की बात है.
पुलिस के साथ हाथापाई के बाद पहलवानों को हिरासत में लेने पर फोगाट बहनों के पिता महावीर सिंह फोगाट ने कहा कि जिस तरह से उन्हें (पहलवानों को) हिरासत में लिया गया, इससे जनता में रोष पैदा होगा. एक सप्ताह के भीतर, पहलवान फिर से एकजुट होंगे और बृजभूषण सिंह को जेल नहीं होने तक अपना विरोध जारी रखेंगे.
राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, "देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों से मेरी अपील है कि अपने मेडल गंगा में न बहाएं. आपको ये मेडल भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की कृपा से नहीं मिले हैं बल्कि सालों के तप और साधना से मिले हैं. निःसंदेह पिछले दिनों खिलाड़ियों साथ बेहद बर्बरतापूर्ण व्यवहार हुआ है जिससे सारा देश दुःखी है. ये वही भूमि है जहां एक नारी का चीरहरण करने का प्रयास किया गया था, परिणामस्वरूप महाभारत हुआ. सरकार को चेताना चाहता हूं कि समय रहते अहंकार छोड़कर राजधर्म का पालन करते हुए खिलाड़ियों की आवाज़ सुने और उन्हें न्याय दिलाए."
किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट में लिखा, "यह मेडल देश और तिरंगे की शान है. हमारा सभी पहलवानों से अनुरोध है कि ऐसा कदम मत उठाओ. आपने अपने खेल से देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है. हमारा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जी से अनुरोध है कि मामले को संज्ञान में लेकर पहलवानों से जल्द बातचीत करें."
पहलवानों के साथ बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने बड़ा एलान किया है. एक जून को देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगा संयुक्त किसान मोर्चा. ब्रजभूषण के खिलाफ सभी जिला और तहसील केंद्रों पर पुतला दहन किया जाएगा.
पहलवानों की टीम दिल्ली से निकल चुकी है. पहलवान हरिद्वार में हर की पैरी के आस पास अपना मेडल गंगा को समर्पित करेंगे.
प्रदर्शनकारी पहलवान अपने राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री को नहीं सौपेंगे. पीएम मोदी या राष्ट्रपति मुर्मू को मेडल न लौटाने की वजह बताते हुए पहलवान विनेश फोगाट ने लिखा कि प्रधानमंत्री हमें अपने घर की बेटियां बताते थे. उन्होंने एक बार भी अपने घर की बेटियों की सुध नहीं ली. बल्कि नई संसद के उद्घाटन में हमारा शोषण करने वाले (बृजभूषण शरण सिंह) को ही बुलाया. वह तेज सफेदी वाले चमकदार कपड़ों में फोटो खिंचवा रहा था. उसकी सफेदी हमें चुभ रही थी. मानो कह रही हो मैं ही तंत्र हूं.
WFI चीफ ब्रजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवान विनेश फोगाट ने अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करने के बाद आमरण अनशन का ऐलान किया है. उन्होंने कहा, इन मेडल के गंगा में बह जाने के बाद हमारे जीने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा. इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.
पहलवान विनेश फोगाट ने ट्विटर पर एक लेटर शेयर किया है. लेटर में लिखा है, 'हमारे साथ 28 मई को जो हुआ वो आप सबने देखा. हम महिला पहलवान ऐसा महसूस कर रही हैं जैसे इस देश में हमारा कुछ बचा ही नहीं है. हमें वो पल याद आ रहे हैं, जब हमने ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीते थे. अब लग रहा है कि ये मेडल क्यों जीते थे. ये मेडल हमें नहीं चाहिए. हम इन मेडल को गंगा में बहाने जा रहे हैं.'
बैकग्राउंड
Wrestlers Protest Live Updates: WFI चीफ ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना दे चुके प्रदर्शनकारी पहलवानों ने अब नया एलान कर दिया है. पहलवानों ने एलान किया है कि वह मेडलो को हरिद्धार की गंगा में बहाने जा रहे हैं. आज शाम 6 बजे हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में प्रवाहित कर देंगे. पहलवानों ने ये भी कहा कि गंगा में मेडल बहाने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.
आज (30 मई) संयुक्त किसान मोर्चा और पहलवानों के बीच बैठक हुई, जिसमें बजरंग पूनिया ने पहलवानों का प्रतिनिधित्व किया. संयुक्त किसान मोर्चा ने यह आश्वासन दिया कि जब तक इन पहलवानों को न्याय नहीं मिल जाता बृजभूषण सिंह गिरफ्तार नहीं होते संघर्ष जारी रहेगा. वहीं बजरंग पूनिया ने भी साथ चलने और जो भी फैसला किसान मोर्चा लेगा उसको मानने को लेकर सहमति जताई.
कैसे खत्म हुआ था पहलवानों का विरोध प्रदर्शन
28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन वाले पहलवान नई संसद की ओर कूच कर रहे थे. नए संसद भवन की ओर कूच करने से रोके जाने पर विनेश फोगाट, उनकी बहन संगीता फोगट और अन्य पहलवानों ने सुरक्षा बैरिकेड्स को तोड़ने का प्रयास किया, जिसके बाद तनाव बढ़ गया. इसके कारण प्रदर्शनकारियों और पुलिस अधिकारियों में धक्का-मुक्की हुई. जब वे धरना देने के लिए सड़क पर बैठ गए तो उन्हें घसीटकर ले जाया गया और पुलिस वैन डाल दिया गया. इस दौरान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और उनके समर्थकों सहित सभी पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया और उन्हें अलग-अलग थानों में रखा गया. हालांकि कुछ देर में उन्हें छोड़ दिया गया.
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