'मत बहाओ मेडल', दीपेंद्र हुड्डा और राकेश टिकैत की पहलवानों से अपील, सीएम केजरीवाल, ममता और अनिल कुंबले ने भी दिया रिएक्शन
Wrestlers Protest News: देश के नामी पहलवान अपने मेडल गंगा नदी में विसर्जित करने के लिए हरिद्वार गए थे. देश के कई नेताओं ने उनसे ऐसा कदम न उठाने का आग्रह किया.
Wrestlers Protest Update: यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर डब्ल्यूएफआई (WFI) प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे पहलवान मंगलवार (30 मई) को अपने मेडल गंगा नदी में विसर्जित करने के लिए हरिद्वार पहुंचे. इस दौरान पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट काफी भावुक नजर आईं. हालांकि, किसान नेता नरेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने हरिद्वार (Haridwar) पहुंचकर खिलाड़ियों को मेडल बहाने से रोक दिया है और पांच दिन का समय मांगा.
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, किसान नेता राकेश टिकैत समेत कई नेताओं ने पहलवानों से मेडल न बहाने की अपील की थी. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "पूरा देश स्तब्ध है. पूरे देश की आंखों में आंसू हैं. अब तो प्रधानमंत्री जी को अपना अहंकार छोड़ देना चाहिए."
"गलत कदम मत उठाओ"
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, "भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बालियान खाप के प्रधान चौधरी नरेश टिकैत व अन्य खापों के प्रधान पहलवानों से मिलने के लिए हरिद्वार जल्दी पहुंच रहे हैं. आप सभी पहलवानों से अनुरोध है कि गलत कदम मत उठाओ." पूर्व भारतीय क्रिकेटर अनिल कुंबले ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, "28 मई को हमारे पहलवानों के साथ हाथापाई के बारे में सुनकर निराशा हुई. उचित बातचीत के जरिए कुछ भी हल किया जा सकता है. जल्द से जल्द समाधान की उम्मीद है."
"हमारे पहलवानों को पीटा गया"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "हमारे पहलवानों को पीटा गया और प्रताड़ित किया गया. मैंने पहलवानों से बात की और उन्हें अपना समर्थन दिया. हम उनके साथ हैं." ममता बनर्जी ने पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा, ''एक व्यक्ति पर मारपीट का आरोप है, उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा? पूजा-पाठ तभी होता है, जब इंसानियत की पूजा होती है.''
"ये पदक देश के सम्मान हैं"
कांग्रेस नेता और हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी पहलवानों से अपने पदक हरिद्वार में गंगा नदी में नहीं प्रवाहित करने की अपील की. खिलाड़ियों और बेटियों का बार बार अपमान करने का आरोप लगाते हए उन्होंने कहा, "खिलाड़ी हरिद्वार में गंगा नदी में अपने पदक विसर्जित करने वाले हैं, ऐसे में लोग इसे लेकर बेहद दुखी हैं. मैं खिलाड़ियों से अपील करना चाहता हूं कि वे ऐसा नहीं करें." उन्होंने कहा, "ये पदक देश के सम्मान हैं. ये पदक बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मेहरबानी से नहीं मिले हैं. खिलाड़ियों ने इसे अपनी मेहनत से जीता है."
"कोई राजनीति हो रही है"
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, "यह बहुत दुख की बात है कि ये ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने देश का मान बढ़ाया, वे देश के लिए कई प्रतिष्ठित पदक लेकर आए, उन्होंने देश की सेवा की, आज वे हार रहे हैं. प्रधानमंत्री ने खुद उन्हें देश के नायक के रूप में सम्मान किया और अब उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जा रहा है, यह देखकर दुख होता है. मैं सरकार के इस रवैये को नहीं समझ पा रहा. इसके पीछे कोई राजनीति हो रही है."
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