Wrestlers Protest Row: पहलवानों के धरने और यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद सरकार ने कुश्ती संघ (WFI) का कामकाज देखने के लिए ओवरसाइट कमेटी बनाई थी. इस कमेटी के सदस्यों के नामों की घोषणा सोमवार (23 जनवरी) को की गई थी, लेकिन कमेटी के गठन के बाद भी ये दंगल थमा नहीं है. पहलवानों ने कमेटी के सदस्य के नामों पर नाराजगी जताई है. ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia), साक्षी मलिक ने मंगलवार (24 जनवरी) को ट्वीट कर कहा कि सरकार ने कमेटी के गठन को लेकर पहलवानों से बात नहीं की. हालांकि खेल मंत्रालय ने कहा है कि पहलवानों से सुझाव लिए गए थे.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, खेल मंत्रालय ने कहा कि ओवरसाइट कमेटी में 5 में से 3 नाम इन (विरोध करने वाले) पहलवानों की ओर से सुझाए गए थे, लेकिन अब उनका दावा है कि उनसे परामर्श नहीं लिया गया. इससे पहले टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेता बजरंग पूनिया ने ट्वीट किया कि, "हमें आश्वासन दिया गया था कि ओवरसाइट कमेटी के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा. बड़े दुख की बात है कि इस कमेटी के गठन से पहले हमसे राय भी नहीं ली गई."
"हमसे सलाह तक नहीं ली गई"
ओलंपियन पहलवान साक्षी मलिक ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "हमें आश्वासन दिया गया था कि ओवरसाइट कमेटी के गठन से पहले हमसे सलाह ली जाएगी. बहुत दुख की बात है कि इस समिति के गठन से पहले हमसे सलाह तक नहीं ली गई." साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को टैग भी किया है.
मेरीकॉम की अध्यक्षता में बनाई कमेटी
दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित पांच सदस्य निगरानी समिति की अध्यक्ष बनाया गया था.
ये हैं कमेटी के अन्य सदस्य
वहीं ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी तृप्ति मुरगुंडे, टॉप्स के पूर्व सीईओ राजगोपालन और भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) की पूर्व कार्यकारी निदेशक (टीम) राधिका श्रीमन इस कमेटी के अन्य सदस्यों में शामिल हैं. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को इस पैनल के गठन की घोषणा की थी.
पहलवानों ने दिया था धरना
देश के चोटी के पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. पहलवानों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया था. तीन दिन तक चले धरने के बाद अनुराग ठाकुर ने शनिवार को समिति गठित करने का फैसला किया था. इससे पहले शुक्रवार देर रात अनुराग ठाकुर के साथ बैठक के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया था.
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