Wrestlers Protest News Today: बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने समझौता करने के लिए दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया है. ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने शनिवार (10 जून) को दावा किया कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली सात महिला पहलवानों में से एक नाबालिग ने दबाव में अपना बयान बदल दिया है.
पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने दावा किया कि शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डालने के कारण नाबालिग के पिता डिप्रेशन में हैं. ओलंपियन साक्षी मलिक ने एनडीटीवी से कहा कि समझौता करने के लिए हम पर भारी दबाव है. उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह पर शिकायतकर्ताओं को बुलाने और धमकाने का आरोप लगाया है. उन्होंने ये भी कहा कि वे पहले दिन से ही आरोपी की गिरफ्तारी और हिरासत में पूछताछ की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के बिना निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है.
पहलवानों ने 15 जून तक का दिया समय
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि आज महापंचायत ने फैसला किया कि केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ बैठक में 15 जून तक का समय दिया गया था. हम तब तक प्रदर्शन नहीं करेंगे. 15 जून के बाद ही भविष्य की रणनीति बनाएंगे. हम उनकी गिरफ्तारी की अपनी मांग से पीछे नहीं हटे हैं. ओलंपिक पदक विजेता पहलवान ने ये भी कहा कि उन्हें पुलिस जांच पर भरोसा नहीं है.
पुलिस पर भी लगाए आरोप
बजरंग ने कहा कि कल पुलिस बृजभूषण सिंह के मौजूद होने के बावजूद एक महिला पहलवान को भारतीय कुश्ती महासंघ के कार्यालय ले गई. महिला पहलवान ने पहले ही पूछा कि क्या बृजभूषण सिंह कार्यालय में मौजूद हैं, पुलिस ने उनसे झूठ बोला और कहा कि वह वहां नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पूरी प्रणाली बृजभूषण सिंह की रक्षा कर रही है. हमने सब कुछ दांव पर लगा दिया है. अगर चार्जशीट मजबूत होती है तो बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाएगा.
हाल ही में एक नाबालिग शिकायतकर्ता ने बृजभूषण के खिलाफ अपना बयान बदल दिया है. नाबालिग के पिता ने एनडीटीवी को कहा कि घटना के समय पहलवान नाबालिग नहीं थी और उसने अदालत में एक नया बयान दर्ज कराया है. वहीं बृजभूषण शरण सिंह ने यौन उत्पीड़न के सभी आरोपों का खंडन किया है और कहा कि अगर मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित होता है तो मैं फांसी लगा लूंगा.
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