Wrestlers Protest Update: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे पहलवानों का धरना मंगलवार (25 अप्रैल) को भी जारी रहा. इस मामले को लेकर पहलवान सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) भी पहुंच गए हैं. आंदोलनकारी पहलवानों को कई राजनीतिक दलों समेत खापों का भी समर्थन मिला है. जानिए इस मामले से जुड़ी बड़ी बातें.
1. सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों पर एफआईआर दर्ज न किए जाने का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस और सरकार को नोटिस जारी किए. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पी एस नरसिम्हा की पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की दलीलों पर संज्ञान लिया कि यौन शोषण के आरोपों के बावजूद कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.
2. पीठ ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि नोटिस जारी किया जाता है. इसे शुक्रवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करें. साथ ही कोर्ट ने पहचान जाहिर न करने के लिए न्यायिक रिकॉर्ड से सात शिकायतकर्ता पहलवानों के नाम हटाने का निर्देश भी दिया. महिला पहलवानों ने आरोप लगाया है कि उनका डब्ल्यूएफआई के चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है. वे अपने उन आरोपों की उचित जांच की मांग पर जोर देती रहेंगी कि बृजभूषण सिंह ने महिला एथलीटों का यौन शोषण किया है.
3. देश के शीर्ष पहलवानों ने कई राजनेताओं और किसान संगठनों के समर्थन के बीच मंगलवार को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन भी तेज कर दिया और कहा कि यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष की गिरफ्तारी नहीं होने तक वे धरना स्थल से नहीं जाएंगे. विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित पहलवानों ने आरोप लगाया कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख अब बाहुबल का सहारा ले रहे हैं और धमकी व रिश्वत देकर पीड़ितों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
4. विनेश ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण को पीड़ितों के नाम लीक किए हैं जो हरियाणा कुश्ती संघ के महासचिव राकेश और कोच महाबीर प्रसाद बिश्नोई का इस्तेमाल उन महिला पहलवानों के परिवारों को डराने-धमकाने के लिए कर रहे हैं जिन्होंने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. विनेश ने कहा कि बृजभूषण अब शिकायतकर्ताओं के नाम जानते हैं. वे पीड़ितों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और इसलिए प्राथमिकी दर्ज करने में देरी हो रही है.
5. उन्होंने कहा कि हमने सोचा था कि खेल मंत्रालय हमें न्याय देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ पर हमें न्यायपालिका पर भरोसा है. अगर सुप्रीम कोर्ट इस मामले से जुड़ी हर चीज को अपने अधीन ले लेता है तो हमें यकीन है कि कोई खेल नहीं खेला जाएगा, तभी हम धरना स्थल छोड़ेंगे. विनेश ने कहा कि अगर सिर्फ एक प्राथमिकी दर्ज की जाती है तो हम यहां से नहीं जाएंगे. उसे सलाखों के पीछे डालना होगा. अगर वह बाहर रहेगा तो हम सुरक्षित नहीं रहेंगे. अगर वह खुले में घूम रहा है तो हम ट्रेनिंग कैसे करेंगे. जब हमें यकीन हो जाएगा कि हमें बहकाया नहीं जाएगा तो हम विरोध खत्म कर देंगे, नहीं तो हम यहां डटे हुए हैं.
6. राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने पहलवानों का समर्थन करते हुए कहा कि उनके की ओर से हाल में गठित मंच से जुड़े इंसाफ के सिपाही इन लोगों के साथ हैं. बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है. प्रदर्शनकारी अपनी बात सत्ता में बैठे लोगों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं. सिब्बल ने मार्च महीने में ‘इंसाफ’ नामक संगठन का गठन किया था और इससे जुड़े लोगों को ‘इंसाफ के सिपाही’ नाम दिया था.
7. प्रदर्शन करने वाले प्रमुख पहलवान शाम को कपिल सिब्बल के उनके घर उनसे मुलाकात करने भी पहुंचे. अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट फैसला करेगा.
8. इस बीच हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित कई राजनेताओं और खाप नेताओं ने पहलवानों से मिलकर उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया. हुड्डा, कांग्रेस के एक अन्य नेता उदित राज, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की वृंदा करात का पहलवानों ने स्वागत किया. इससे पहले जनवरी में पहलवानों ने करात को प्रदर्शन का हिस्सा बनने से रोक दिया था. पहलवानों ने सोमवार को तमाम पक्षों से समर्थन की मांग की थी.
9. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने लगभग 35 मिनट जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के साथ बिताए. पहलवान जनवरी से ही भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को हटाने की मांग कर रहे हैं जिनके खिलाफ उन्होंने यौन उत्पीड़न और डराने धमकाने के आरोप लगाए हैं. हुड्डा ने जहां कोई बात नहीं की वहीं उदित राज ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से उसी तरह अपनी मांग पर अडिग रहने के लिए कहा जिस तरह से किसान अपनी मांगों पर डटे रहे थे. उन्होंने कहा कि जीत आपकी होगी.
10. भारत किसान यूनियन के प्रतिनिधियों ने भी पहलवानों के प्रदर्शन में हिस्सा लिया. कुछ बच्चों ने पहलवानों को अपनी गुल्लक भेंट की. इनमें से एक बच्चा भोपाल से आया था. बजरंग पूनिया ने उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपका बहुत बड़ा दिल है और गुल्लक लौटा दी.
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