Smriti Irani on Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महीने भर से आंदोलन कर रहे पहलवानों ने गंगा में मेडल बहाने का फैसला किया था. ये प्रदर्शनकारी पहलवान मंगलवार (30 मई) को मेडल लेकर हरिद्वार पहुंचे थे. जिन्हें भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने समझाकर वापस लौटा दिया है. टिकैत ने पहलवानों से अपना फैसला पांच दिन के लिए टालने को कहा है. इसी बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को पूछा कि बबीता फोगाट प्रदर्शनकारी पहलवानों का समर्थन क्यों नहीं कर रही हैं, जो उनके परिवार की सदस्य हैं.
'बबीता फोगाट जी से मेरी बातचीत हुई'
टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने कहा कि 'बबीता फोगाट जी से मेरी बातचीत हुई. क्या आपको लगता है कि बबीता फोगाट जैसी विश्व प्रसिद्ध पहलवान उन लोगों के साथ बैठेंगी जिन्होंने दूसरों का और खासकर उनके परिवार के सदस्यों का शोषण किया? मुद्दा यह नहीं है कि पहलवानों ने क्यों कहा कि वे अपने पदक शाम छह बजे विसर्जित करेंगे और रात आठ बजे तक ऐसा नहीं किया. कानूनों की जानकारी रखने वालों को पता है कि कानूनी प्रक्रिया चल रही है.
उन्होंने कहा कि अगर अब कोई हस्तक्षेप होता है तो वह उन महिलाओं के खिलाफ जाएगा. ईरानी ने कहा कि मैं जानना चाहती हूं कि विपक्ष के नेता इन पहलवानों को निष्पक्ष जांच से क्यों वंचित रखना चाहते हैं. क्या आपको लगता है कि बबीता फोगाट ऐसे ही अपने घरवालों के खिलाफ खड़ी होंगी?
राजनीतिक है पहलवानों का विरोध
न्यूज 18 को दिए एक अन्य इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने कहा कि पहलवानों के विरोध का मुद्दा बिल्कुल राजनीतिक है. एक सांसद और एक महिला के रूप में, मैं बस इतना कहना चाहती हूं कि कांग्रेस को अमेठी की सुधा सिंह के बारे में पता नहीं था, जिन्हें 2021 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. कांग्रेस परिवार इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने से बाज आए तो बेहतर होगा, लेकिन यह उनकी आदत है और वे करेंगे. एक महिला होने के नाते मैं फिर से कह रही हूं कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है और इसलिए मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगी.
सुप्रिया श्रीनेत ने किया ट्वीट
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने स्मृति ईरानी की प्रतिक्रिया की निंदा की. उन्होंने पूछा कि क्या केंद्रीय मंत्री ने अपनी टिप्पणी के माध्यम से महिला पहलवानों पर पुलिस कार्रवाई का समर्थन किया है. श्रीनेत ने ट्वीट किया इसका जवाब देने से पहले ये मत भूलिए कि आप भी एक बेटी की मां हैं. क्या आप इन बेतुके जवाबों के बाद अपनी बेटी से आंख मिला सकते हैं?
बबीता फोगाट ने बनाई दूरी
जंतर-मंतर पर शुरू हुए पहलवानों के विरोध के दूसरे चरण में बीजेपी सांसद और पूर्व पहलवान बबीता फोगाट दूर नजर आईं. जबकि इस साल की शुरुआत में हुए पहले चरण में बबीता ने सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच मध्यस्थ का काम किया. बबीता ने विरोध स्थल पर प्रियंका गांधी वाड्रा की उपस्थिति का विरोध किया. उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह पर खुद एक दलित महिला का अपमान करने का आरोप लगाया गया था.
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