Wrestling Federation of India Election: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनाव को लेकर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सोमवार (11 नवंबर) को मिले. 


ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने अनुराग ठाकुर से एक बार फिर आग्रह किया कि डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से जुड़े किसी भी व्यक्ति को राष्ट्रीय महासंघ के आगामी चुनाव लड़ने से रोका जाए. डब्ल्यूएफआई के चुनाव 21 दिसंबर को महासंघ की आम सभा की बैठक में होने हैं और इसी दिन नतीजों की घोषणा भी की जाएगी।


दरअसल, बजरंग पुनिया और साक्षी उन पहलवानों में शामिल थे जिन्होंने दो महीने तक बृजभूषण के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की अगुआई की थी. बीजेपी के सांसद बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के कई आरोप लगे हैं. 


बजरंग पुनिया ने क्या कहा?
बजरंग के अनुसार उन्होंने अपना विरोध-प्रदर्शन वापस लिया था क्योंकि सरकार ने आश्वासन दिया था कि बृजभूषण से जुड़ा कोई व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ पाएगा.  बृजभूषण के विश्वासपात्र संजय सिंह और 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनिता श्योराण डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पद के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं. 


बजरंग ने कहा, ‘‘हां, आज हमने खेल मंत्री से मुलाकात की और उन्हें उनका वादा याद दिलाया कि बृजभूषण से जुड़ा कोई व्यक्ति डब्ल्यूएफआई चुनाव नहीं लड़ेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘संजय सिंह उसका करीबी है और उसे चुनाव से हटना चाहिए या फिर हम जल्द ही अपनी भविष्य की कार्रवाई पर फैसला करेंगे. हमने मंत्री को यह बता दिया है.’’


बजरंग ने कहा कि उन्हें अनिता से कोई समस्या नहीं है क्योंकि वह पूर्व पहलवान है और खिलाड़ियों के हालात से वाकिफ है.  उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि कोई पूर्व पहलवान डब्ल्यूएफआई का प्रभार संभाले जिसे कम से कम यह तो पता हो कि देश के लिए पदक जीतने के लिए क्या करना होता है. अनिता राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता हैं और पहलवानों की मांगों को समझती हैं.’’ 


डब्ल्यूएफआई की पहला महिला अध्यक्ष बनने के लिए चुनौती पेश कर रहीं अनिता बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में कथित तौर पर गवाह हैं.


बृजभूषण शरण सिंह क्यों चुनाव नहीं लड़ सकते?

बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के कई आरोप लगे हैं और वह अभी जमानत पर हैं. वह डब्ल्यूएफआई का चुनाव नहीं लड़ सकते क्योंकि पदाधिकारी के रूप में 12 साल पूरे कर चुके हैं जो राष्ट्रीय खेल संहिता के तहत अधिकतम कार्यकाल है. 

 

बृजभूषण ने साथ ही आश्वासन दिया है कि उनके परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा. उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण और इसी संघ का उपाध्यक्ष उनका बेटा करण चुनाव नहीं लड़ेंगे. बिहार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बृजभूषण के दामाद विशाल सिंह भी चुनाव नहीं लड़ रहे. 

 

इनपुट भाषा से भी.