Y S Jagan Mohan Reddy: मां विजयम्मा के इस्तीफे के बाद जगन मोहन रेड्डी बने YSRC के आजीवन अध्यक्ष, EC की मुहर बाकी
Y S Jagan Mohan Reddy: आंध्र प्रदेश की राजनीति के लिए शनिवार का दिन अहम रहा. मां विजयम्मा के इस्तीफा देने के बाद जगन मोहन रेड्डी को राज्य की रूलिंग पार्टी YSRC का आजीवन अध्यक्ष चुन लिया गया है.
Y S Jagan Mohan Reddy: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की राजनीति के लिए शनिवार का दिन बेहद अहम रहा. मां विजयम्मा के शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य के सीएम जगन मोहन रेड्डी को उनकी पार्टी वाइएसआरसी (YSRC) का आजीवन अध्यक्ष चुन लिया गया है. वाईएस जगन मोहन रेड्डी को शनिवार को गुंटूर में आयोजित दो दिवसीय पार्टी महाधिवेशन में सर्वसम्मति से वाईएसआरसीपी का आजीवन अध्यक्ष चुना गया. शनिवार को पार्टी प्लेनरी के समापन का दिन था.
सर्वसम्मति से जगन चुने गए आजीवन अध्यक्ष
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए वाईएस जगन मोहन रेड्डी की ओर से नामांकन के 22 सेट दाखिल किए गए थे और कोई अन्य नामांकन नहीं होने के कारण, उन्हें रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा सर्वसम्मति से निर्वाचित घोषित किया गया. पार्टी महासचिव वी विजयसाई रेड्डी ने यह घोषणा की जिसे करतल ध्वनि से भारी भीड़ ने समर्थन दिया. इस नियुक्ति के लिए पार्टी संविधान में दो महत्वपूर्ण संशोधनों को प्लेनरी द्वारा अपनाया गया.
पहला संशोधन पार्टी का नाम युवाजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी या वाईएसआरसीपी करना था जबकि दूसरा अध्यक्ष पद के कार्यकाल को आजीवन करने वाला था. वाईएस जगन मोहन रेड्डी को वाईएसआरसीपी का आजीवन अध्यक्ष घोषित करने के बाद, पार्टी के नेताओं ने उन्हें बधाई दी, जबकि उनकी मां वाईएस विजयम्मा भी काफी खुश नजर आईं.
वाईएसआरसी को चुनाव आयोग से अनुमति लेनी होगी
नियमों के मुताबिक, वाईएसआरसी को अब जगन को आजीवन पार्टी प्रमुख बनाए रखने के लिए भारत के चुनाव आयोग की अनुमति लेनी होगी. वाईएसआरसी ने इस बाबत अन्य राज्यों में कुछ क्षेत्रीय दलों द्वारा हर दो साल में चुनाव कराने की आवश्यकता के बिना जीवन भर के लिए एक अध्यक्ष रखने के लिए ईसीआई की मंजूरी हासिल करने का उदाहरण भी दिया है.
बता दें कि जगन ने कांग्रेस छोड़ने के बाद मार्च 2011 में वाईएसआरसी की स्थापना की थी. तब से, वह अपनी मां विजयम्मा के साथ मानद अध्यक्ष के रूप में पार्टी अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं. जगन आखिरी बार 2017 में पार्टी प्लेनरी में वाईएसआरसी के अध्यक्ष चुने गए थे.
विजयम्मा ने शुक्रवार को दिया था अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी की मां वाई एस विजयम्मा ने शुक्रवार को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के मानद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था ताकि वे अब अपनी बेटी शर्मिला के साथ खड़ी हो सकें, जो अब पड़ोसी राज्य में वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का नेतृत्व कर रही हैं. पद छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा जगन मोहन रेड्डी के करीब रहेंगी. विजयम्मा ने वाईएसआरसी छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा, "एक मां के रूप में, मैं हमेशा जगन के करीब रहूंगी."
विजयम्मा ने कहा -बेटी शर्मिला को भी मेरी जरूरत है
विजयम्मा ने कहा, “शर्मिला अपने पिता के आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए तेलंगाना में एक अकेली लड़ाई लड़ रही है और मुझे उसका साथ देना है. मैं दुविधा में थी कि क्या मैं दो राज्यों में दो राजनीतिक दलों का सदस्य बन सकती हूं. मेरे लिए वाईएसआरसी के मानद अध्यक्ष के रूप में बने रहना मुश्किल है, मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसी स्थिति कभी पैदा होगी. मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों हुआ, लेकिन मुझे लगता है कि यह भगवान का फैसला है."
संपत्ति विवाद की भी बात आ रही सामने
विजयम्मा ने कहा कि वह अपनी भूमिका पर किसी अवांछित विवाद से बचने के लिए वाईएसआरसी के मानद अध्यक्ष का पद छोड़ रही हैं. पिछले कुछ समय से ऐसी खबरें आ रही हैं कि जगन मोहन रेड्डी और उनकी बहन के बीच संपत्ति से जुड़े मुद्दों को लेकर सब कुछ ठीक नहीं है. हाल के दिनों में दोनों के बीच तनातनी बढ़ गई थी और विजयम्मा अपने बेटे से दूर रहती थी.
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