नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को तृणमूल कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसके साथ ही उन्हें पार्टी की नेशनल वर्किंग कमेटी का सदस्य भी बनाया गया है. यशवंत सिन्हा की इस नियुक्त का आदेश आज से ही लागू होगा. बंगाल चुनाव के दौरान भी यशवंत सिन्हा पार्टी के लिए प्रचार करेंगे. उन्होंने टीएमसी में शामिल होते वक्त कहा था कि वह बंगाल में ममता बनर्जी की जीत सुनिश्चित करेंगे.
टीएमसी में शामिल होने के बाद बीजेपी की आलोचना करते हुए यशवंत सिन्हा ने मीडिया से कहा, 'प्रजातंत्र की ताकत प्रजातंत्र की संस्थाएं होती हैं. आज लगभग हर संस्था कमजोर हो गई है, उसमें देश की न्यायपालिका भी शामिल है. हमारे देश के लिए ये सबसे बड़ा खतरा पैदा हो गया है. अटल जी के समय में बीजेपी सर्वसम्मति पर विश्वास करती थी लेकिन आज की सरकार कुचलने और जीतने में विश्वास करती है. अकादी दल, बीजेडी, शिवसेना पहले ही बीजेपी का साथ छोड़ चुकी है. आज बीजेपी के साथ कौन खड़ा है?'
सिन्हा ने कहा, 'इसमें कोई शक नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी. बंगाल से पूरे देश में एक संदेश जाना चाहिए कि जो कुछ मोदी और शाह दिल्ली से चला रहे हैं, अब देश उसको बर्दाश्त नहीं करेगा. मैं बहुत अफसोस के साथ कह रहा हूं कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही है. तोड़-मरोड़ कर चुनाव (8 चरणों में मतदान) कराने का फैसला मोदी-शाह के नियंत्रण में लिया गया है और बीजेपी को फायदा पहुंचाने के ख्याल से लिया गया है.'
तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा में नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘हम अपनी पार्टी में यशवंत सिन्हा का स्वागत करते हैं. उनकी हिस्सेदारी से चुनाव में बीजेपी के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी.’ सिन्हा ने साल 1990 में चंद्रशेखर की सरकार में वित्तमंत्री की जिम्मेदारी निभाई थी और इसके बाद वाजपेयी मंत्रिमंडल भी उन्हें इस मंत्रालय का कार्यभार मिला. उन्होंने वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री की भी जिम्मेदारी निभाई.
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