Illegal Sale of Coal: महाराष्ट्र के यवतमाल से एक मामला सामने आया है. स्थानीय वणी पुलिस और क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने केंद्र सरकार को रॉयल्टी का भुगतान किए बिना कोयले की अवैध रूप से ट्रांसपोर्टेशन करने वाले ठेकेदार के आठ ट्रकों को ज़ब्त कर लिया है.
वणी पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक और मामले के जांच अधिकारी प्रदीप सिरस्कर ने बताया कि उनकी टीम को एक गुप्त सूचना मिली थी कि इस तरह से अवैध रूप से रॉयल्टी चुराया जा रहा है जिसके बाद, वणी पुलिस और एलसीबी (लोकल क्राइम ब्रांच) ने बुधवार सुबह मुकुटबन और वणी शहर के आसपास बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की और हर ट्रक की जाँच करना शुरू किया था.
भारत सरकार को रॉयल्टी का भुगतान नहीं
सिरस्कर ने बताया, जिन ट्रकों को रोक गया है उनपर आरोप है कि वे भारत सरकार को रॉयल्टी का भुगतान किए बिना अवैध तरीक़े से कोयले को ट्रांसपोर्ट कर रहे थे. यवतमाल पुलिस का ये भी शक है कि ठेकेदार द्वारा जीएसटी और उसके बाद आयकर की चोरी का भी इसमें मामला हो सकता है.
पुलिस ने बताया, एक ट्रक से बरामद कोयले की कीमत क़रीबन 20 लाख 80 हजार रुपये की है. जबकि आठ ट्रकों की कुल कीमत लगभग 1.70 करोड़ रुपये है. वानी पुलिस ने बताया कि कोयले का संबंध बीएस इस्पात नाम की एक कंपनी से है. इस मामले की ग्रेविटी कितनी है और कितने पैसों का यह कथित घोटाला हो सकता है, इसकी आगे की जांच करने में लिए कंपनी और ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोगों से पुलिस जल्द ही पूछताछ होगी.
सरकारों को नुक्सान
इस तरह से रॉयल्टी और जीएसटी से बचकर ऐसे अवैध कोयले की बिक्री करने से केंद्र और राज्य सरकार को नुकसान होता है और ऐसा करने से संबंधित लोगो को मोटा मुनाफ़ा होगा है.