Year Ender 2018: साल 2018 सियासी गलियारों में काफी उठापटक वाला साल रहा. कहीं कांग्रेस ने सालों से चल रही बीजेपी की सत्ता को उखाड़ फेंका तो कहीं बीजेपी ने उसके हाथों से कुर्सी छीन ली. वहीं कई अन्य विधानसभा चुनावों मे क्षेत्रीय पार्टियों का दबदबा रहा. इस साल हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कई राज्यों में जोरदार वापसी की मगर पूर्वोत्तर के राज्यों में कहीं भी अपनी सरकार बचाने में कामयाब नहीं हो पाई. ''कांग्रेस मुक्त' भारत का ख्वाब देख रही बीजेपी के खुद के हाथों से हालिया चुनाव में हिंदी पट्टी के तीन बड़े राज्य की सत्ता चली गई.
इस साल कुल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए. 9 राज्यों के चुनाव नतीजें देखें तो कांग्रेस को 3 राज्यों (राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़) में बहुमत की सरकार बनाने में कामयाबी मिली और कर्नाटक में उसने जेडीएस को समर्थन दिया. वहीं बीजेपी को राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ तीनों जगह हार मिली मगर त्रिपुरा में वह अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब रही. वहीं नागालैंड में उसने एनडीडीपी की सरकार को समर्थन दे रखी है. आइए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस साल किन राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में किस पार्टी ने बाजी मारी और कहां किसके हाथ से सत्ता गई.
त्रिपुरा
इस साल 18 फरवरी को त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव हुए. राज्य के 60 सीटों में से 59 पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 25 सालों की लेफ्ट की मनिक सरकार को हरा दिया. बीजेपी ने 59 सीटों के लिए हुए इस चुनाव में 36 सीटों पर जीत दर्ज की. विप्लव देव को बीजेपी ने राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया. दो दशक से भी ज्यादा सत्ता पर काबिज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) 16 सीटों पर सिमट गई. वहीं 2013 के चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही कांग्रेस ने राज्य में सभी सीटें गंवाई. उसका खाता भी नहीं खुल सका.
मेघालय
मेघालय में विधानसभा चुनाव 27 फरवरी 2018 को हुआ था. इस राज्य के 60 सीटों में से 59 पर हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. कांग्रेस 21 सीटों पर सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी. वहीं नेशनल पीपल्स पार्टी (भारत) 19 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी. कांग्रेस एक बार फिर राज्य में वोट तो सबसे ज्यादा लेकर आई लेकिन एन वक्त पर नेशनल पीपल्स पार्टी के कोनराड संगमा ने दूसरे दलों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई. कोनराड संगमा नए मुख्यमंत्री बने और इस तरह कांग्रेस के हाथों से राज्य की सत्ता चली गई.
नागालैंड
नागालैंड में भी इस साल 27 फरवरी को मतदान हुए. राज्य की 60 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में सत्तासीन नागा पीपल्स फ्रंट सरकार की हार हुई. राज्य में नई सरकार नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीडीपी) की बनी. इस चुनाव में एनडीडीपी और बीजेपी ने गठबंधन कर रखी थी. राज्य में नागा पीपल्स फ्रंट को कुल 26 सीटें मिली तो वहीं एनडीडीपी को 18 और बीजेपी को 12 सीटों पर जीत मिली. एनडीडीपी के नेफ्यू रियो राज्य के नए मुक्यमंत्री बने.
कर्नाटक
कर्नाटक में इस साल 12 मई 2018 को 224 में से 222 सीटों पर चुनाव हुआ. राज्य में कांग्रेस का सरकार थी लेकिन इस चुनाव में वह सबसे बड़ी पार्टी बन कर नहीं उभरी. यहां पर मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (120 सीटें) तथा विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (43 सीटें) और बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन करके लड़ रही जनता दल (सेक्युलर) (29 सीटें) के बीच थी. 15 मई 2018 को घोषित हुए चुनाव परिणामों में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला. भारतीय जनता पार्टी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को सबसे अधिक मत प्रतिशत मिला परन्तु वह 78 सीट जीत पाने में ही सफल रही, जनता दल (सेक्युलर) को 37 सीटें प्राप्त हुईं. बाद में राज्य में पोस्ट अलायंस कर के जेडीएस-कांग्रेस ने राज्य में सरकार बना. एसडी कुमारास्वामी राज्य के नए मुख्यमंत्री बने.
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में 28 नवंबर 2018 को हुए चुनाव में दशक से भी ज्यादा सत्ता पर काबिज बीजेपी के लिए एक बार सत्ता में वापसी की चुनौती थी. इस चुनौती में बीजेपी सफल नहीं हो पाई. राज्य में कांग्रेस का वनवास खत्म हुआ और वह सत्ता में लौटी. इस चुनाव में कांग्रेस को राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं शिवराज सिंह चौहान की बीजेपी सरकार 109 सीटें ही जीत पाई. कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाई और वरिष्ट नेता कमलनात को मुख्यमंत्री नियुक्त किया.
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस ने बाजी मारी और राज्य की 90 सीटों में आपार बहुमत के साथ 68 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं रमन सिंह की नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार इस बार 15 सीटों पर सिमट गई. कांग्रेस ने राज्य में भूपेश बघेल को नया मुख्यमंत्री बनाया.
राजस्थान
राजस्थान विधानसभा चुनाव में एक बार फिर 5 साल बाद सत्ता परिवर्तन का दौर चला. सूबे की बीजेपी सरकार हार गई. राज्य में 200 सीटों पर हुए चुनाव में वसुंधरा राजे की सरकार को शिकस्त का सामना करना पड़ा. बीजेपी इस चुनाव में 73 सीटों पर सिमट गई. वहीं कांग्रेस ने यहां भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 99 सीटें हासिल की. कांग्रेस ने अन्य पार्टियों के समर्थन से सूबे में सरकार बनाई. कांग्रेस ने असोक गहलोत को राज्य का मुक्यमंत्री और सचिन पायलट को उप-मुख्यमंत्री बनाया.
तेलंगाना
तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की तेलंगाना राष्ट्र समिति ने सबसे ज्यादा सीटें हासिल की. राज्य की 119 सीटों पर हुए चुनाव में टीआरएस को सबसे ज्यादा 88 सीटें मिली. वहीं कांग्रेस 19 तो बीजेपी 1 पर सिमट गई. टीआरएस ने सरकार बनाई और सूबे की कमान के चंद्रशेखर राव के हाथों में गई.
मिजोरम
मिजोरम विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के हाथों से आखिरी पूर्वोत्तर राज्य भी गई. सूबे में मिज़ो नेशनल फ्रंट ने सरकार बनाई. राज्य की 40 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में मिज़ो नेशनल फ्रंट को 26 सीटें मिली. कांग्रेस के खाते में 5 जबकि बीजेपी के काते में 1 सीटें आई. राज्य में मिज़ो नेशनल फ्रंट ने सरकार बनाई और जोरामथांगा राज्य के नए मुख्यमंत्री बने.