नई दिल्ली: राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच जांच एजेंसियों की कवायद जारी है. अब यस बैंक घोटाले मामले में ईडी ने फेयरमाउंट होटल के मालिक रतन कांत शर्मा को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है. उन्हें सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. आरोप है कि तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर 168 करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन फेयरमाउंट होटल को दिया गया था.
ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया की यस बैंक के पूर्व चेयरमैन राणा कपूर के मामले की जांच के दौरान यह बात सामने आई कि यस बैंक ने फेयर माउंट होटल को 168 करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन दिया था. इस मामले में आरोप है कि इस लोन के बदले पूरे दस्तावेज बैंक में जमा नहीं कराए गए थे.
ध्यान रहे कि यस बैंक लोन घोटाले मामले में जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि बड़े लोन देने के पीछे राणा कपूर का अपना मकसद था. राणा कपूर और उसके सहयोगियों को बड़े लोन देने के पीछे रिश्वत की रकम किसी न किसी रूप में मिलती थी या फिर लोन लेने वाली पार्टी उन्हें कोई जमीन या कोई अन्य गिफ्ट देती थी.
ईडी को शक है कि फेयर माउंट होटल को जो लोन दिया गया उसमें भी नियम कायदों का पूरी तरह से पालन नहीं किया गया. लिहाजा ईडी जानना चाहता है कि लोन लेते समय फेयर माउंट होटल की तरफ से कितने दस्तावेज यस बैंक के सामने पेश किए गए थे और कितने दस्तावेज जमा कराए गए थे? साथ ही लोन की इस समय स्थिति क्या है? ईडी यह भी जानना चाहता है कि क्या इस लोन के पीछे किसी तरह का कोई फायदा राणा कपूर या उसके सहयोगियों को पहुंचाया गया था?
ईडी ने इस मामले में फेयर माउंट होटल के मालिक रतन शर्मा को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है और इस नोटिस के मुताबिक उन्हें आने वाले सोमवार को पूछताछ के लिए मुंबई ईडी ऑफिस में तलब किया गया है. रतन कांत शर्मा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के पार्टनर भी हैं और रतन कांत शर्मा की मुंबई स्थित कंपनी में तलाशी के दौरान आयकर विभाग को लॉकरों से करोड़ों की रकम बरामद हुई थी.
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