बाबा रामदेव ने कहा- कोरोना वायरस से बचने के लिए योग कर बढ़ाएं 'इंटरनल इम्युनिटी'
ABP न्यूज से बात करते हुए योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा- सबसे जरूरी है कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के अलावा अपने अंदर की इम्युनिटी को बढ़ाएं. उसके लिए जरूरी है कि गिलोय और तुलसी का सेवन करें और अनुलोम-विलोम करें, योग करें.
पिछला साल खतरनाक महामारी कोरोना वायरस की वजह से लोगों के लिए बेहद खराब बीता. इस बीमारी ने लोगों के जीवन की रफ्तार को थाम कर रख दिया नए साल से बेहतर होने की उम्मीद थी लेकिन इस साल भी कोरोना ने भयानक रूप ले लिया है. आज अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवस है. इस मौके पर एबीपी न्यूज से बात करते हुए योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद कोरोना मिट जाएगा इस पर सवाल उठ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई ऐसे मामले आए जब डॉक्टरों को कोरोना की वैक्सीन लेने के बावजूद उन्हें कोरोना हुआ है. जिन्हें एक बार कोरोना हो गया था उन्हें छह महीने के बाद फिर से कोरोना हो गया. हालांकि, डब्ल्यूएचओ बाबा रामदेव के इस दावे को सही नहीं मानता है.
रामदेव बोले- आंतरिक इम्युनिटी बढाएं
बाबा रामदेव ने कहा कि वैक्सीनेशन के छह महीने के बाद वह प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो जाएगी. ऐसे में सबसे जरूरी है कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के अलावा अपने अंदर की इम्युनिटी को बढ़ाएं. उसके लिए जरूरी है कि गिलोय और तुलसी का सेवन करें और अनुलोम-विलोम करें, योग करें. बाबा रामदेव ने कहा कि वो वैक्सीनेशन के विरोधी नहीं है. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद जो एंडी-बॉडीज पैदा होती है वे अगर योग करते हैं तो 30-50 गुणा ज्यादा एंटी बॉडीज बढ़ जाती है. इसलिए जरूरी है कि लोग वैक्सीनेशन के साथ ही योग भी करें.
बाबा ने कहा कि कोरोना संक्रमण से आदमी नहीं मर रहा है बल्कि बीपी, रेस्परेटरी और हार्ट जैसी अन्य गंभीर समस्याओं के चलते लोगों की मौत हो रही है. ऐसे में कोई भी समस्या है यहां तक की कैंसर था उन्हेमव् योग करवाकर ठीक करवाया है. उन्होंने कहा कि इसलिए कोरोना से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करें लेकिन योग और आयुर्वेद का डबल डोज जरूर लें.
'सादा खाना खाएं'
रामदेव ने कहा कि कोरोना के चलते लोगों को पाचन समेत कई तरह की समस्या शुरू हो जाती है. इसलिए जरूरी है कि वे पाचन की चीजें खाएं. कच्चा प्याज खाएं ताकि अच्छी नींद आएगी. सादा खाना खाएं और जंक व फास्ट फूड से बचें. बाबा रामदेव ने आगे कहा कि लोग शुरुआत में खान-पान ठीक किया था. लेकिन अब लोग बेखौफ हो रहे हैं. उनकी दिनचर्या बिगड़ती जा रही है. ऐसे में लोगों को यह सोचना होगा कि अपने लिए हम खुद जिम्मेदार है, इसलिए खुद को नहीं कमजोर पड़ने देना चाहिए.
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