लखनऊ:कुंभ मेले के बाद अब योगी सरकार संगम तट पर लगने वाले माघ मेले को भी भव्य बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. यहां पर टेंट सिटी बसाने का काम तेजी से चल रहा है.मेले को इस बार पांच सेक्टरों में बसाया जाएगा. वहीं स्नानार्थियों की सुविधा के लिए पांच पांटून पुल होंगे. इस बार मेला 10 जनवरी को पौष पूर्णिमा से शुरू होकर 21 फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेगा. मेला करीब दो हजार बीघे में बसाया जाएगा. स्नान घाट का क्षेत्रफल भी बढ़ा दिया गया है. लगभग पांच किमी रनिंग एरिया में स्नान घाट बनाए जाएंगे.


क्या है मान्यता
मान्यताओं के मुताबिक़ प्रयाग के माघ मेले में पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए सभी तैंतीस करोड़ देवी-देवता भी अदृश्य रूप में यहां पर आते हैं, इसीलिये देश के कोने - कोने से लाखों श्रद्धालु गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती की पावन धारा में डुबकी लगाकर दान-उपासना दूसरे संस्कारों के जरिये पुण्य लाभ अर्जित करते हैं. संगम पर कल्पवास करने वालों को न सिर्फ अपार पुण्य हासिल होता है, बल्कि उन्हें जीवन- मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष प्राप्त होता है.


सुरक्षा के लिए 13 पुलिस थाने और 38 चौकियां बनाई जाएंगी
प्रयागराज रेंज के डीआईजी केपी सिंह ने बताया कि मेले की सुरक्षा व्यवस्था में 13 पुलिस थाने और 38 चौकियां बनाई जानी हैं. उन्होंने बताया कि मेले की व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिए करीब 3500 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. मेले में महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 243 महिला पुलिसकर्मियों को भी जिम्मेदारी दी जाएगी. यहां एहतियात के तौर पर 13 विशेष प्रकार के फायर स्टेशन भी बनाए जाएंगे. इसके अलावा इलाके में लगभग 185 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. वहीं सात नाइट विजन डिवाइस भी लगाए जाने हैं.


डीआईजी केपी सिंह ने बताया, "2018 के माघ मेले से 25 फीसदी अधिक पुलिस फोर्स इस बार के मेले में तैनात की जाएगी. पानी में करीब पांच किमीलंबी बैरिकेडिंग भी की जा रही है, जिससे नावों का संचालन नियंत्रित किया जाएगा. 2018 के माघ मेले में 12 पुलिस स्टेशन और 36 पुलिस चौकियां थीं. इस बार इनकी संख्या बढ़ाई गई है. मेले के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर 45 लाख, दूसरे स्नान मकर संक्रांति पर 90 लाख, बसंत पंचमी पर 60 लाख, माघ पूर्णिमा पर 45 लाख और महाशिवरात्रि पर 15 लाख श्रद्घालुओं के स्नान करने की संभावना है."


बनाए जाएंगे छह बड़े स्नान घाट
उन्होंने बताया कि सेक्टर एक को छोड़कर सभी सेक्टरों में कल्पवासियों को बसाया जाएगा. सेक्टर दो काली मार्ग से नागवासुकी तक होगा, जबकि सेक्टर तीन, चार और पांच झूंसी क्षेत्र में होगा. मेले में पांच किमी तक के छह बड़े स्नान घाट बनाए जाएंगे.


स्वास्थ्य सेवाओं का होगी व्यापक व्यवस्था
मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के मद्देनजर मेले में 20-20 बेड के दो हॉस्पिटल, तीन आयुर्वेदिक और तीन होम्योपैथिक चिकित्सालयों की स्थापना की जा रही है. 10 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाएंगे. हर सेक्टर में दो-दो पीएचसी बनाए जाएंगे.


माघ मेले के दौरान 225 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी


रजनीश कुमार मिश्र ने कहा कि माघ मेले को लेकर उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर), उत्तर रेलवे (एनआर) और पूवरेत्तर रेलवे (एनईआर) ने भी कमर कस ली है. रेलवे ने माघ मेले के दौरान 225 स्पेशल ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई है. भीड़ अधिक होने पर अतिरिक्त ट्रेनें भी चलाई जाएंगी. 160 मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन उत्तर मध्य रेलवे करेगा. शेष 65 ट्रेनें उत्तर रेलवे और पूवरेत्तर रेलवे चलाएगा.

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