नई दिल्ली: यूपी की योगी सरकार के एजेंडे पर अयोध्या सबसे पहले है. इस बार छोटी दीवाली पर भगवान राम का राज्याभिषेक होगा. उनकी झाँकी निकलेगी. सरयू नदी के घाट पर हज़ारों दिए जलाये जायेंगे. योगी आदित्यनाथ यहां राम की सौ फीट ऊंची मूर्ति भी लगाना चाहते हैं.


सरयू घाट पर लगने वाली इस मूर्ति के बारे में राज्यपाल राम नाईक को भी बता दिया गया है. इस मूर्ति के लिए जगह तो तय है लेकिन बजट नहीं है. अभी एनजीटी से भी इजाज़त लेनी पड़ेगी.

पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने एबीपी न्यूज़ से कहा, "भगवान राम की मूर्ति को लेकर अभी विचार चल रहा है, फ़ाइनल कुछ नहीं हुआ है लेकिन सरकार की मंशा एक अद्भुत प्रतिमा बनवाने की है."

यूपी की बीजेपी सरकार की तैयारी ऐसी है कि लोगों को लगे सचमुच भगवान राम वनवास से अयोध्या लौटे हैं. इसके लिए नव्य अयोध्या नाम से एक परियोजना बनाई गई है. जिस गुप्तार घाट पर राम ने जल समाधि ली थी, उसका भी काया कल्प होगा. रामकथा गैलरी बनाने का प्रस्ताव पहले से ही है.

चौदह साल के बनवास के बाद राम अयोध्या लौटे थे. ठीक चौदह साल बाद यूपी में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई है. भगवा धारी सन्यासी योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्य मंत्री है तो इस बार अयोध्या में दीवाली से एक दिन पहले ही दीपावली मनाई जायेगी.

सवेरे 7 बजे से लेकर देर रात तक कार्यक्रम चलेगा. शुरूआत हेरिटेज वाक से होगी फिर भगवान राम की शोभा यात्रा निकलेगी. ठीक वैसे ही जैसे लंका विजय के बाद भगवान अयोध्या लौटे थे. सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस यात्रा में शामिल होगें, वे भगवान राम को तिलक लगा कर राज्याभिषेक करेंगे.

इसके बाद सरयू घाट पर दीप दान होगा. अयोध्या नगरी में छोटी दीवाली मनाई जाएगी हर घर से चार दिए लाने को कहा गया है. 1 लाख 70 हज़ार से भी अधिक दिए राम की पैड़ी पर जलाये जाएंगे. रामलीला के लिए इसके लिए थाईलैंड और इंडोनेशिया से कलाकार बुलाए जा रंगे हैं. कार्यक्रम के आखिर में लेज शो होगा.

सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ एक नहीं दो-दो बार अयोध्या का दौरा कर चुके है. योगी रामलला के दर्शन भी कर चुके हैं और अब राम नाम के बहाने ही अयोध्या की सियासत को नई धार दी जा रही है.