लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद प्रचार प्रसार में ही 10 करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं. सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत यह खुलासा हुआ है. आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, अपने कार्यकाल के अंतिम साल में अखिलेश सरकार ने 85 करोड़ रुपये से ज्यादा एलईडी से प्रचार में खर्च किए. वहीं योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभालने से अब तक यूपी सरकार ने करीब 10 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
समाजिक कार्यकर्ता संजय शर्मा ने बीते 23 मई को यूपी के सूचना और जनसंपर्क निदेशालय में एक आरटीआई दायर की. इसमें 2016-17 और हालिया वित्तीय वर्ष में यूपी सरकार की तरफ से एलईडी वैन से विज्ञापन आदि से संबंधित चार बिंदुओं पर सूचना मांगी गई. शर्मा के मुताबिक, प्रभारी एलईडी राम मनोहर त्रिपाठी ने जो सूचना दी है उससे पता चलता है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनावी वित्तीय वर्ष 2016-17 में एलईडी वैन से प्रचार कराने में ही 85 करोड़ 46 लाख 60,681 रुपये की रकम खर्च की है.
वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एलईडी वैन से प्रचार कराने में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2017-18 के शुरुआती साढ़े सात महीनों में 9 करोड़ 92 लाख 68,792 रुपये खर्च किए हैं. सूचना के अनुसार, विभाग में एलईडी वैन खरीदने की कोई व्यवस्था नहीं है. इन वैनों का अनुरक्षण भी उस फॉर्म द्वारा ही किया जाता है, जो एलईडी वैन से विज्ञापन का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करती है.