नई दिल्ली: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या में रामलला के दर पर पहुंचे. सीएम बनने के बाद योगी पहली बार अयोध्या गए हैं. सीएम योगी ने रामलला के दर्शन भी किए. योगी की अयोध्या यात्रा के बाद अयोध्या में राम मंदिर की मांग जोर पकड़ रही है.
यहां पढ़ें योगी की यात्रा से जुड़ी दस बड़ी बातें
- सीएम बनने के बाद योगी आज पहली बार अयोध्या पहुंचे. सबसे पहले योगी ने हनुमानगढी मंदिर जाकर हनुमान जी की पूजा की. ऐसी परंपरा है कि जो भी अयोध्या आता है वो रामलला के दर्शन से पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाकर राम भक्त हनुमान के दर्शन करता है.
- हनुमानगढ़ी में पूजा के बाद योगी विवादित स्थल पर गए और रामलला के दर्शन किए. आपको बता दें कि रामलला की मूर्ति तक केवल पुजारी को ही जाने की इजाजत है. बाकी लोगों को मूर्ति से थोड़ी दूर लगी बेरिकेडिंग के पास से ही दर्शन करने होते हैं. योगी ने भी वहीं से रामलला के दर्शन किए जहां से जनता करती है.
- इसके बाद सीएम योगी सरयू नदी के तट पर पहुंचे. पूरे विधि विधान से सरयू नदी की पूजा और आरती की. मंत्रोच्चार से पूरा वातावरण भक्तिमय हो रहा था. इसल दौरान वहां मौजूद समर्थकों ने जय श्री राम के नारे भी लगाए.
- योगी आदित्यनाथ ने विशाल सरयू महोत्सव के आयोजन करने का आदेश दिया. इसके साथ ही घाटों को दुरुस्त करने और इसके विशेष रखरखाव के भी निर्देश दिए. उन्होंने वाराणसी में होने वाली गंगा आरती की तर्ज पर अयोध्या में सरयू आरती का भी आयोजन किया जाए.
- सीएम आदित्यनाथ महंत नृत्य गोपाल दास के 79वें जन्मोत्सव कार्यक्रम के मौके पर संत संगम में भी शामिल हुए. हमेशा भगवा तौलिए को कुर्सी पर बिछाकर ही बैठने वाले योगी आदित्यनाथ संत सम्मेलन में सफ़ेद तौलिया लगी कुर्सी पर बैठे.
- इस कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने कहा, "जब कोई वृंदावन जाता है तो 'राधे-राधे' बोलता है, जब पशुपति नाथ जाता है तो वहां का जयघो, बोलता है. इसी तरह जब कोई अयोध्या आता है तो भगवान श्री राम की आस्था से जुड़कर उसके मुंह से बरबस 'जय श्री राम' निकल जाता है.''
- योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''पिछली सरकार ने अयोध्या पर ध्यान नहीं दिया. राम-जानकी मार्ग का नवनिर्माण होगा. पंचकोसी परिक्रमा मार्ग, चौदहकोसी परिक्रमा मार्ग और चौरासीकोसी परिक्रमा मार्ग की यात्रा फिर से शुरू की जाएगी.''
- साल 1992 में विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद योगी दूसरे मुख्यमंत्री हैं, जो अयोध्या का दौरा कर रहे हैं. इससे पहले साल 2002 में राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री के तौर पर अयोध्या गए थे. चर्चा है कि योगी आदित्यनाथ लखनऊ से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं.
- योगी आदित्यनाथ का यह दौरा लखनऊ में सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा बीजेपी के बड़े नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समते 6 आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने का मुकदमा चलाने के फैसले के एक दिन बाद हुआ है.
- योगी के दौरे से पहले बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने कहा था, ‘’मेरे ख्याल से वो हमारे सबके मुख्यमंत्री हैं. विवादित स्थल पर उन्हें नहीं जाना चाहिए. वैसे उनकी मर्जी. उनको एक प्रोग्राम मुस्लिम संप्रदाय के लिए भी करना चाहिए.’’