नई दिल्ली : 45 साल के योगी आदित्यनाथ यूपी के 21वें सीएम होंगे. बीजेपी के विधायकों ने बैठक के बाद योगी आदित्यनाथ को यूपी की कमान सौंपने का फैसला किया. रविवार को योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम पद की शपथ लेंगे.
भगवा चोला और कट्टर हिंदुत्व वाली छवि योगी आदित्यनाथ की रही है. यही अंदाज बाकी नेताओं से आदित्यनाथ को अलग बनाती है. हिंदुत्व के सवाल पर खुलकर अपनी राय रखने वाले आदित्यनाथ की छवि भले ही विवादित नेता वाली हो लेकिन अपनी राय रखने में वो किसी की नहीं सुनते.
मूल रूप से उत्तराखंड के राजपूत परिवार में जन्मे आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह है. नीचे दिए गए बिंदुओं में जानें उनके बारे में...
- 45 साल के आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को हुआ है
- गोरखपुर से लगातार पांचवीं बार बीजेपी के सांसद हैं
- पहली बार उन्होंने 1998 में लोकसभा का चुनाव जीता
- तब उनकी उम्र महज 26 साल थी
- गोरखपुर के गोरखनाथ मठ के महंत हैं योगी आदित्यनाथ
- योगी आदित्यनाथ का एक धार्मिक संगठन भी है हिंदू युवावाहिनी..जिसका पूर्वी उत्तर प्रदेश में खासा दबदबा है.
ग्राफिक्स- एबीपी न्यूज़
गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ के समर्थक एक नारा हमेशा लगाते हैं, 'गोरखपुर में रहना है तो योगी-योगी कहना है.' गोरखनाथ मंदिर में योगी अक्सर अपना दरबार भी लगाते हैं, जहां हर कोई अपनी समस्या लेकर उनके पास पहुंचता है. योगी के दरबार में लोग बिना भेदभाव के आते हैं. वहां हिंदू भी आते हैं और मुस्लिम भी. योगी आदित्यनाथ समय निकालकर सबकी समस्याएं सुनते हैं.
इस बार यूपी विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ बीजेपी के स्टार प्रचारक थे. उन्हें पार्टी की ओर से एक विशेष हेलिकॉप्टर भी दिया गया था. यूपी के नेताओं में उन्होंने सबसे ज्यादा चुनावी सभाएं की. उनकी सभाओं में खूब भीड़ भी जुटती थी. ये वो वक्त था जब किसी को नहीं पता था कि बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी, लेकिन लोग योगी आदित्यनाथ को सीएम के रूप में देखना चाहते थे.
इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी पिछले दो साल से उन्हें सीएम बनाने के लिए कैंपेन चल रहे थे. बीजेपी के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ कई बार पार्टी लाइन से अलग बयान देकर भी पार्टी को मुश्किल में डालते रहे हैं. अब पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को सबसे बड़े प्रदेश की सबसे महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी हैं. देखना होगा कि यूपी में योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ सबका विकास के नारे को कितना अमल में लाते हैं.