लखनऊ: यूपी के सीएम इन दिनों एक्शन में हैं. साल भर पुरानी सरकार का काम काज देखने खुद ग्राउंड पर पहुंच रहे हैं. आज रात वे प्रतापगढ़ के एक सरकारी हाई स्कूल में रूकेंगे. कंघई मधुपुर गांव में योगी की चौपाल लगेगी. वे किसानों और नौजवानों से बात करेंगे. उनका सुख दुःख जानेंगे. चौपाल में बात बिजली, सड़क, पानी से लेकर खाद और बीज पर होगी. सरकारी योजनाओं का फायदा लोगों तक पहुंच रहा है या नहीं, योगी इस पर भी फीडबैक लेंगे. दलित के घर यूपी के सीएम खाना खाएंगे. दयाराम सरोज के घर की महिलाएं अभी से खाना पकाने में जुट गयी हैं.
बीजेपी के ग्राम स्वराज अभियान में सांसद, विधायक, मोदी-योगी सरकार के मंत्री और पार्टी के नेता अलग-अलग गांव में चौपाल लगा रहे हैं. रात में गांव में ही रूकते हैं. मोदी सरकार के काम काज को लेकर जनता क्या सोचती है, नेता उनके घर जा कर पता करते हैं. योगी आदित्यनाथ 27 अप्रैल को अमरोहा के मेंहदीपुर गांव में चौपाल लगाएंगे. वे दलित के घर भोजन भी करेंगे.
योगी आदित्यनाथ बीजेपी के पहले सीएम है, जो दलित के घर खाना खाएंगे. मुख्यमंत्री रहते हुए ना तो मायावती और ना ही अखिलेश यादव ने कभी ऐसा किया था. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जरूर कई बार दलित परिवारों के संग भोजन किया. देश भर के दलित इन दिनों बीजेपी से नाराज बताए जा रहे हैं. बीएसपी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बाद बीजेपी के लिए चुनौती और बढ़ गयी है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह दो बार लखनऊ आ कर अपनी चिंता जता चुके हैं. वे जानते है अगर लोकसभा चुनाव में पार्टी यूपी में पिट गयी तो फिर दिल्ली का सपना आखिर सपना ही रह जाएगा. इस बात का एहसास योगी आदित्यनाथ को भी है. गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव हारने के बाद बीजेपी की हवा खराब है.
योगी आदित्यनाथ ने कल ही शाहजहांपुर और लखीमपुर का दौरा किया था. वहां उन्होंने गन्ना किसानों का हालचाल लिया. गेंहू क्रय केंद्र पर जा कर योगी ने किसानों और अफसरों से बात की. उनकी तैयारी राज्य के कई ज़िलों का दौरा कर ज़मीनी हकीकत समझने की है.