लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपनी सरकार के शुरुआती छह महीने के कामकाज का लेखा जोखा सामने रखा. उन्होंने ने अपनी सरकार की शुरूआती छह महीने की उपलब्धियां गिनाई. सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार में प्रदेश के लोगों में असुरक्षा की भावना खत्म हुई है और कई विकास कार्यों की मजबूत बुनियाद तैयार की गई है.


सीएम योगी ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के अलावा अपने मंत्रिमण्डल के सहयोगियों के साथ सरकार के छह महीने के कार्यकाल की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तिका जारी की. उन्होंने कहा कि उनके मंत्रियों और अधिकारियों ने इन छह महीनों के दौरान दिन-रात एक करके प्रदेश की विकास योजना का प्रारूप तैयार किया. सरकार अब इस पर आगे काम कर रही है.


सीएम योगी ने कहा कि मार्च 2017 से पहले प्रदेश में जंगलराज था. इससे मुक्ति दिलाना, उनकी सरकार की प्राथमिकता थी. इस दिशा में सरकार की तत्परता का ही नतीजा है कि पिछले छह माह में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ है, जबकि पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार में हर हफ्ते दंगे की औसतन दो वारदात होती थीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले छह माह के दौरान पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ की 431 घटनाएं हुई हैं, जिनमें 17 अपराधी मारे जा चुके हैं. वहीं, 668 इनामी अपराधियों समेत 1106 बदमाश गिरफ्तार किए जा चुके हैं. साथ ही 69 अपराधियों की सम्पत्तियां जब्त की गई हैं.


सीएम योगी ने कहा कि इन छह महीनों में उनकी सरकार ने प्रदेश के 86 लाख लघु और सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक ‘फसली ऋण मोचन’ की प्रक्रिया शुरू की है. इस दौरान प्रदेश में पहली बार किसानों से सीधे तौर पर 37 लाख टन गेहूं खरीदा गया है. साथ ही राज्य में पहली बार आलू के लिए समर्थन मूल्य घोषित किया गया है.


मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक किसानों का 95 फीसदी बकाया गन्ना मूल्य चुकाया जा चुका है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए राज्य के चार कृषि विश्वविद्यालयों के माध्यम से उन्हें कृषि की उन्नत तकनीक से रूबरू कराने की व्यवस्था की गई है.