नई दिल्ली: योगी आदित्यनाथ ने जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी उस वक्त वो एक सांसद थे. वे ना ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव लड़े थे और ना ही विधानपरिषद के सदस्य थे. अब योगी आदित्यनाथ विधानपरिषद का चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इस चुनाव में उनकी जीत पक्की भी मानी जा रही है. इसी चुनाव के लिए योगी ने अपना जो हलफनामा दाखिल किया है उसमें उनकी संपत्ति का लेखाजोखा है.


योगी आदित्यनाथ अपने कान में जो कुंडल पहनते हैं, वो सोने का है. बहुत मंहगा तो नहीं है, योगी ने इसकी कीमत 49 हज़ार रुपये बतायी है. वे दो एसयूवी के मालिक हैं. उन्होंने सफारी तो बेच दी है लेकिन उनके पास अब भी फॉर्चूनर और इनोवा गाड़ियां है.


पिछले लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए उन्होंने 21 लाख में फॉर्चूनर खरीदी थी. योगी 26 हज़ार के सोने की चेन में रुद्राक्ष की माला भी पहनते है. उनके पास 12 हज़ार का एक मोबाईल फोन भी है. पहले योगी के पास दो हज़ार की एक घड़ी भी थी. लेकिन विधान परिषद् के चुनाव के लिए उन्होंने जो एफिडेविट दिया है, उसमे इसका जिक्र नहीं है. यूपी के मुख्यमंत्री के पास एक लाख की रिवॉल्वर और 80 हज़ार की रायफल है लेकिन उनके पास एक भी इंच ज़मीन नहीं है.


दिल्ली के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के संसद भवन ब्रांच में योगी आदित्यनाथ के करीब 31 लाख रुपये जमा हैं. उन्होंने किसी से कोई कर्ज नहीं लिया है. यूपी के सीएम के खिलाफ आठ मुक़दमे चल रहे हैं. इनमें 2007 में गोरखपुर में हुए दंगे का केस भी शामिल है. महाराजगंज और सिद्धार्थनगर में भी योगी पर मुकदमा चल रहा है.


मुकदमों के मामले में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या तो सीएम योगी आदित्यनाथ से आगे हैं. मौर्या पर 14 केस दर्ज हैं. उनके खिलाफ कुछ मामले कौशाम्बी में तो कुछ इलाहाबाद में हैं. केशव प्रसाद मौर्य के पास तीन मोटर साइकिल, एक टैंकर और एक एसयूवी गाड़ी है. वे एक पेट्रोल पम्प के मालिक हैं और इलाहाबाद के नामी जीवन ज्योति क्लिनिक एंड हॉस्पिटल में पार्टनर भी हैं.