Yogi Cabinet Meeting: सीएम योगी आदित्यनाथ ने नए मंत्रियों के साथ की बैठक, क्या कुछ हुई चर्चा?
Yogi Cabinet Meeting: योगी आदित्यनाथ की बैठक के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि शनिवार को सुबह 10 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक होगी.
Yogi Cabinet Meeting: योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. लखनऊ के शहीद पथ के निकट स्थित ‘भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम’ में आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने योगी आदित्यनाथ के साथ 52 मंत्रियों को शपथ दिलाई. शपथ लेने वालों में दो उपमुख्यमंत्रियों समेत 18 कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार के 14 राज्य मंत्री और 20 राज्य मंत्री शामिल हैं.
शपथ के बाद योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों की बैठक बुलाई. इस बैठक में सभी मंत्री मौजूद रहे. करीब दो घंटे चली इस बैठक के बाद यूपी के नए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सभी का परिचय हुआ है. वहीं मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि राज्य में सुशासन हो. विकास तेजी से हो. इसी के आसपास चर्चा हुई.
एक अन्य नेता ने कहा कि कैसे सार्वजनिक जीवन में आचरण करना है, योगी आदित्यनाथ ने मार्गदर्शन किया है. योगी सरकार में एक मात्र मुस्लिम चेहरे राज्यमंत्री दानिश अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हम सभी से परिचय लिया. साथ ही आगे कैसे काम करना है, योजनाएं कैसे लागू करनी है. इसपर चर्चा हुई. दानिश अंसारी ने कहा कि मैंने नहीं सोचना था कि मैं मंत्री बनूंगा.
कौन कौन बने हैं मंत्री?
केशव प्रसाद मौर्य ने लगातार दूसरी बार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली जबकि पिछली सरकार में कानून मंत्री रहे ब्रजेश पाठक को पहली बार उपमुख्यमंत्री की शपथ दिलाई गई. योगी की पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे दिनेश शर्मा को इस बार मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है. विधानसभा चुनाव में कौशांबी जिले की सिराथू सीट से केशव प्रसाद मौर्य को हार मिली है. ब्रजेश पाठक लखनऊ के कैंट क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए हैं.
शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे.
कैबिनेट मंत्रियों में सूर्य प्रताप शाही, सुरेश कुमार खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह (बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष व एमएलसी), बेबी रानी मौर्य, लक्ष्मी नारायण चौधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, भूपेंद्र चौधरी, अनिल राजभर, जितिन प्रसाद, राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा, योगेंद्र उपाध्याय के अलावा सहयोगी दल अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल और निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) के प्रमुख संजय निषाद ने शपथ ली.
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में नितिन अग्रवाल, कपिलदेव अग्रवाल, रविंद्र जायसवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश चंद्र यादव, धर्मवीर प्रजापति, असीम अरुण, जे. पी. एस. राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण कुमार सक्सेना और दयाशंकर मिश्र दयालु ने शपथ ली.
राज्य मंत्री के रूप में मयंकेश्वर सिंह, दिनेश खटीक, संजीव गौड़, बलदेव सिंह औलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, के. पी. मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान वाल्मीकि, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर गुरु, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी और विजय लक्ष्मी गौतम ने शपथ ली.
शपथ ग्रहण में दलितों, पिछड़ों का संतुलन साधने के साथ ही अल्पसंख्यक वर्ग से सिख और मुसलमान भी मंत्री बनाए गए हैं. पिछली बार मंत्री रहे मोहसिन रजा को इस बार मौका नहीं मिला है. मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के रूप में नया चहेरा दानिश आजाद अंसारी को शामिल किया गया है. दानिश अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. सिख समाज से आने वाले बलदेव सिंह औलख भाजपा की पिछली सरकार में भी राज्य मंत्री थे.
उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर योगी आदित्यनाथ ने 37 साल बाद इतिहास रचा है. इसके पहले 1985 में नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व में हुए चुनाव में कांग्रेस को लगातार दो बार पूर्ण बहुमत मिली थी और उन्होंने लगातार दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
गोरखपुर से पांच बार सांसद रहे योगी आदित्यनाथ ने 2017 में पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद 2022 के विधानसभा चुनावों में फिर से पार्टी को पूर्ण बहुमत से जीत दिलाने में सफल रहे हैं. मार्च में संपन्न 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को कुल 273 सीटों पर जीत मिली है.