लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए बड़ा कदम उठाया है. राज्य सरकार ने एक हजार डॉक्टरों को कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती करने का बडा फैसला किया है. सरकारी डॉक्टरों के लिए तबादला नीति को भर्ती रूप दिया गया.


आपको बता दें कि यूपी में 7348 डॉक्टरों के पद खाली हैं.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्ष्ता में राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला किया गया. बैठक के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि कैबिनेट ने एक साल के कॉन्ट्रैक्ट पर एक हजार डॉक्टरों की भर्ती का फैसला किया है. इनम पांच सौ विशेष योग्य डॉक्टर होंगे. प्रदर्शन के आधार पर इन डॉक्टरों की कॉन्ट्रैक्ट की अवधि बढायी जा सकती है.


उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने डॉक्टरों की तबादला नीति को भर्ती मंजूरी दी. सिंह ने बताया कि चयन प्रक्रिया के लिए तीन सदस्यीय समिति बन रही है, जिसके अध्यक्ष्य महानिदेशक सेवाएं होंगे. सदस्य के रूप में प्रमुख सचिव और सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रहेंगे.


उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को एक साल के लिए हम लोग कॉन्ट्रैक्ट पर लेंगे. वहीं काम अच्छा होगा तो इसे दो साल के लिए विस्तारित किया जा सकता है.सिंह ने कहा कि ये कोई प्रशासनिक पद नहीं है इसलिए प्रशासनिक कार्य नहीं कराएंगे. परामर्श के रूप म ये डॉक्टर रखे जाएंगे.