योगी सरकार का फैसला, यूपी में सरकारी डाक्टरों की रिटायरमेंट आयु 62 वर्ष की गई
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने राजकीय अस्पतालों में तैनात डाक्टरों की रिटायर्मेंट की आयु 60 से बढ़ा कर 62 साल करने का आज फैसला किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक के बाद चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने यहां संवाददाताओं को बताया कि डाक्टर की रिटायर्मेंट की आयु 60 से बढाकर 62 साल कर दी गयी है. इससे 2017-18 में एक हजार डाक्टर उपलब्ध हो जाएंगे.
उन्होंने बताया कि अधिक से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के मकसद से उक्त फैसला किया गया. इस फैसले से रिटायर हो रहे लगभग 1100 डाक्टरों की सेवाएं अगले दो और साल तक मरीजों को उपलब्ध होगी.
सिंह के साथ मौजूद औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे परियोजना से ‘समाजवादी’ शब्द हटाया गया है.
उल्लेखनीय है कि पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार के समय इस परियोजना के साथ ‘समाजवादी’ नाम जोड़ा गया था.
महाना ने बताया कि यह परियोजना पूर्वांचल के लोगों के लिए फायदेमंद होगी. एक्सप्रेसवे लखनऊ से बलिया तक जाएगा. परियोजना के लिए 80 फीसदी से ज्यादा भूमि अधिग्रहण के बाद कार्य शुरू किया जाएगा. करीब 353 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का काम दो साल में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है.
मंत्रियों ने बताया कि कैबिनेट बैठक में खनन नीति पर चर्चा की गयी. खनन कार्यों की निगरानी के लिए विशेष प्रबंधन किये जाएंगे. मौरंग और बालू जैसे खनिजों के उत्खनन की निगरानी सीसीटीवी और जीपीएस के जरिए की जाएगी.
उन्होंने बताया कि खनन के पट्टों की अवधि बढ़ाने का फैसला भी किया गया है. ग्रेनाइट जैसे खनिजों के पट्टे की अवधि बढ़ाकर अब 30 साल की गयी है.