Youth 20 Consultation Meeting: भारत के G20 प्रेसीडेंसी के एक हिस्से के तौर पर यूथ 20 समूह की परामर्श बैठक कश्मीर विश्वविद्यालय में शुरू हुई. जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने Y20 परामर्श का इसका उद्घाटन किया. यह बैठक 10 से 11 मई तक देश-विदेश के युवाओं के बीच बेहतर कल पर विचारों पर बाचतीत करने के लिए आयोजित हुई.


यह 'जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम न्यूनीकरण' पर कार्रवाई के लिए एक एजेंडा तैयार करने के लिए हो रही है. इसमें इंडोनेशिया, मैक्सिको, तुर्की, रूस, जापान, कोरिया गणराज्य, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील और नाइजीरिया जैसे G20 देशों के 17 युवा प्रतिनिधियों ने भाग लिया.


वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर है थीम
कश्मीर विश्वविद्यालय के 108 छात्र, जम्मू-कश्मीर के आसपास के स्कूलों के 34 छात्र, श्रीनगर के आसपास के कॉलेजों के 57 छात्र, जम्मू में 11 छात्र कॉलेज और विश्वविद्यालय, 33 DoYA प्रतिनिधि, 25 Y20 सचिवालय के प्रतिनिधि और 25 छात्र कार्यकर्ताओं ने भी Y20 परामर्श में भाग लिया.


केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर और कश्मीर विश्वविद्यालय के चांसलर मनोज सिन्हा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता का विजन मानवता के भविष्य का विजन है. उन्होंने कहा, "थीम वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर अगले 25 वर्षों की दो बड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए साझा जिम्मेदारी का विजन है, यानी जलवायु की रक्षा और सतत विकास को बढ़ावा देना." 


 चार पैनल में हुई चर्चाएं 
'जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम में कमी, स्थिरता को जीवन का एक तरीका बनाना' विषय पर चार पैनल की चर्चाएं आयोजित की गईं. पहला पूर्ण सत्र 'जैव विविधता और मानव कल्याण पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव' विषय पर आयोजित किया गया था, जिसमें डॉ. रॉबर्ट पाल (मोंटाना टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, यूएसए) यूएसए ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जलवायु परिवर्तन जैव विविधता को कई तरीकों से प्रभावित कर रहा है. 


उन्होंने मोनोकल्चर वृक्षारोपण के बजाय कई प्रजातियों के आधार पर पारिस्थितिकी बहाली की रणनीति तैयार करने पर जोर दिया. दूसरा पूर्ण सत्र 'सुरक्षित कल के लिए आपदा जोखिम में कमी' के विषय पर आयोजित किया गया था और उसके बाद तीसरा पूर्ण सत्र 'हरित ऊर्जा-नवाचार और अवसर' विषय पर आयोजित किया गया था. दिन का अंतिम सत्र 'जल संसाधन' विषय पर आयोजित किया गया था.


अर्बन 20 इंटीग्रेशन किया गया लॉन्च 
कश्मीर विश्वविद्यालय में Y20 परामर्श ने युवाओं के विचारों पर आधारित नीतिगत उपायों को प्रदर्शित किया. Y20 कार्यक्रम के भाग के रूप में विश्वविद्यालय की एक सस्टेनेबिलिटी प्रदर्शनी, लाइव पेंटिंग और पोस्टर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. उद्घाटन सत्र के दौरान यूनिवर्सिटी का Y20 क्रॉनिकल और यूथ 20 और अर्बन 20 इंटीग्रेशन लॉन्च किया गया.


10 मई को विश्वविद्यालय ने मुगल गार्डन निशात और परी महल की हेरिटेज यात्रा का आयोजन किया गया है, जिसके बाद सामूहिक भोज का आयोजन किया गया था. 11 मई 2023 को, Y20 परामर्श ने विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह परिसर में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों के साथ एक स्वस्थ और संवादात्मक संवाद हुआ.


'वह युवा ही हैं जो देश का भविष्य हैं'
Y20 इंडिया के सचिव आकाश झा ने भी इस अवसर पर अपनी बात रखी. उन्होंने उल्लेख किया कि “यह महत्वपूर्ण है कि ऐसे वैश्विक निर्णयों में युवाओं की आवाज सुनी जानी चाहिए, क्योंकि यह युवा हितधारकों को सबसे अधिक प्रभावित करता है. भारत की प्रेसीडेंसी इन चर्चाओं को कुलीन वर्ग तक ही सीमित नहीं रखती है, यह लोगों की प्रेसीडेंसी है जहां Y20 एक प्रमुख भागीदार है.


प्रो. निलोफर खान, माननीय कुलपति के अपने संबोधन में कहा कि कश्मीर विश्वविद्यालय ने Y20 परामर्श के लिए जलवायु परिवर्तन का विषय चुना, क्योंकि जलवायु संकट के खिलाफ इस लड़ाई में अगर किसी का अधिक दांव पर है, तो वह युवा है. और अगर कोई इस संकट को दूर करने में दृढ़ता से मदद कर सकता है, तो वह युवा ही हैं जो देश का भविष्य हैं.


'जलवायु परिवर्तन से अकेले नहीं लड़ा जा सकता'


प्रधानमंत्री मोदी का यह रुख कि जलवायु परिवर्तन को अकेले सम्मेलन की मेज से नहीं लड़ा जा सकता है और इसे हर घर की खाने की मेज से लड़ना होगा, बैठक में भी चर्चा का मुख्य रहा. एलजी ने कहा, "भारत वास्तव में दुनिया को दिखा सकता है कि एक स्थायी समाज का निर्माण कैसे किया जाता है. उन्होंने एक आर्थिक शक्ति का समाज और प्रकृति के नाजुक संतुलन को बहाल करने, प्रकृति के संरक्षण के विचारों को सुनिश्चित करने के लिए युवाओं का आह्वान किया ताकि इसका एक बेहतर दुनिया बनाने में योगदान हो.


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