कोटा: राजस्थान में झालावाड़ जिले के एक गांव में एक महिला का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में 28 साल के शख्स को पीटा गया, जूतों की माला पहनाई गई और निर्वस्त्र करके परेड निकाली गई. पुलिस ने सोमवार को बताया कि राकेश राठौड़ की शिकायत पर आठ लोगों को जानबूझकर चोट पहुंचाने, मानहानि और गलत तरीके से रोकने से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं में गिरफ्तार किया गया है.


खानपुर के क्षेत्राधिकारी राजीव परिहार ने बताया कि एक महिला की शिकायत पर राठौड़ को भी गिरफ्तार किया गया है. उसके खिलाफ घर में अनाधिकार प्रवेश और यौन उत्पीड़न के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि महिला के जनजातीय समुदाय से होने की वजह से उसके खिलाफ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है.


उन्होंने आगे बताया कि महिला के पति ने राठौड़ और अपनी पत्नी को शनिवार शाम को अपने घर में पकड़ लिया था. लेकिन उसने कड़ी चेतावनी के बाद उसे जाने दिया. एक दिन बाद महिला के पति के दोस्तों ने राठौड़ को फोन करके बुलाया और फिर उसे पीटा, जूतों की माला पहनाई और बाघेर गांव में निर्वस्त्र करके उसकी परेड निकाली. इस मामले में परिहार ही जांच अधिकारी हैं.


पुलिस ने बताया कि राठौड़ मनरेगा की एक परियाजना में सुपरवाइजर है जबकि महिला राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत काम करती है. परिहार ने बताया कि घटना के बाद नौ में से आठ आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. महिला का पति फरार है. उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों ने सरोला थाने में शिकायतें दर्ज कराई हैं.


उन्होंने आगे बताया कि आरोपियों ने घटना का वीडियो बना लिया था और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि राठौड़ ने हाल में महिला को एक फोन भेंट किया था और शक है कि उनके बीच प्रेम प्रसंग हो सकता है.


वहीं आरोपी युवक ने बताया कि वह नरेगा मेट का कार्य करता है और महिला भी वहां मजदूरी का कार्य करती थी, जिसे उसने एक मोबाइल दिया था. मोबाइल गिफ्ट करने पर महिला के पति को प्रेम संबंधों का शक हुआ. इसलिए उसके खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखवा कर बाद में उससे मारपीट की गई और निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया गया.


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