(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
BJP के अमित मालवीय को मिला लीगल नोटिस, कांग्रेस के इस नेता के खिलाफ किया था ट्वीट, जानिए पूरा मामला
BV Srinivas: लीगल नोटिस भेजने के बाद श्रीनिवास ने ट्विटर पर लिखा, "दुनिया की सबसे बड़ी फेक न्यूज फैक्ट्री और उसके प्रमुख के खिलाफ लड़ने के लिए एंटी-मैलवेयर स्थापित करने का सही समय है."
BJP Amit Malviya Gets Legal Notice: युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने बुधवार (29 मार्च) को विवादित ट्वीट को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय को कानूनी नोटिस भेजा है. इस नोटिस में अमित मालवीय पर बीजेपी के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर बीवी श्रीनिवास को बदनाम करने का लक्ष्य रखने और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आधारहीन दावे करने का भी आरोप लगाया है.
एडवोकेट मारीश सहाय ने अपने कानूनी नोटिस में कहा कि यह एक सर्वविदित तथ्य है कि अमित मालवीय की ओर से सोशल मीडिया पर जो टिप्पणी की गई है वह गलत तथ्यों के आधार पर है और यह सार्वजनिक रूप से बीवी श्रीनिवास की छवि खराब करने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से की गई है. यह सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66ई, 66ए, 67 और आईपीसी की धारा 499, 34, 44, 120, 500 के प्रावधानों का उल्लंघन भी है.
इस वजह से श्रीनिवास ने भेजा नोटिस
दरअसल, मालवीय ने श्रीनिवास का एक वीडियो ट्वीट किया था और उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ गलत टिप्पणी करने का आरोप लगाया था. मालवीय ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा था, "यह भद्दा, सेक्सिस्ट आदमी भारतीय युवा कांग्रेस का अध्यक्ष है. डार्लिंग बना कर बेडरूम में ... एक महिला मंत्री का जिक्र करते समय यह प्रवचन का स्तर है, सिर्फ इसलिए कि उसने अमेठी से राहुल गांधी को हराया." वहीं, इस ट्वीट के बाद ही श्रीनिवास ने यह नोटिस मालवीय को भिजवाया है. इससे पहले यूथ कांग्रेस ने मालवीय से कहा था कि वह श्रीनिवास से सार्वजनिक रूप से माफी मांग लें, नहीं तो वह कानूनी कार्रवाई करेंगे.
श्रीनिवास ने किया विपक्ष पर हमला
लीगल नोटिस भेजने के बाद श्रीनिवास ने ट्विटर पर लिखा, "दुनिया की सबसे बड़ी फेक न्यूज फैक्ट्री और उसके प्रमुख के खिलाफ लड़ने के लिए एंटी-मैलवेयर स्थापित करने का सही समय है." श्रीनिवास ने मालवीय को जो नोटिस भेजा है उसमें लिखा है कि “श्रीनिवास एक प्रसिद्ध राजनेता हैं और कोविड महामारी के दौरान अपने काम के कारण उनकी काफी प्रतिष्ठा है. यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर आपकी ओर से की गई टिप्पणियां गलत सूचना पर आधारित हैं और दुर्भावनापूर्ण इरादे से की गई हैं."
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