दिल्ली: मामूली बात पर हुए विवाद में युवक की गई जान, पुलिस ने दो भाइयों को किया गिरफ्तार
मृतक अमनदीप नहीं बल्कि उसके दोस्त जगजीत का झगड़ा हुआ था, जिसने बाद में फोन करके अपने दोस्तों को बुलाया था. इस मामले में पुलिस ने दो भाइयों को गिरफ्तार किया है.
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के अमर कॉलोनी इलाके में मामूली सी बात को लेकर हुए विवाद में एक युवक की जान चली गई. विवाद एक दुकान के सामने यूरीन पास करने को लेकर शुरू हुआ था, जिसके बाद इस मामले में लड़ाई शुरू हो गई और अमनदीप नाम के एक युवक की जान चली गई.
पुलिस ने इस मामले में दो भाइयों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम विनय झा और विमल झा है. दोनों ईस्ट ऑफ कैलाश सी ब्लॉक मार्केट में ग्रॉसरी और बेकरी की दुकान चलाते हैं. इस पूरे मामले में खास बात यह है कि झगड़ा अमनदीप का नहीं बल्कि उसके दोस्त जगजीत का हुआ था, जिसने बाद में फोन करके अपने दोस्तों को बुलाया था.
अमनदीप टूर ट्रेवल लाइन में जॉब करता था लेकिन लॉक डाउन की वजह से उसकी जॉब चली गयी थी. अमनदीप के परिवार में माता, पिता और छोटी बहन है. डीसीपी साउथ ईस्ट आरपी मीणा का कहना है कि पुलिस ने विनय और विमल को गिरफ्तार कर लिया है.
क्या हुआ था घटना वाली रात पुलिस का कहना है कि शुक्रवार देर रात सूचना मिली थी कि ईस्ट ऑफ कैलाश सी ब्लॉक मार्किट में झगड़ा हुआ है. फिर सूचना मिली कि एक युवक की मौत हो गयी है लेकिन उसके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है. पुलिस मौके पर पहुंची तो मालूम हुआ कि मार्किट में विमल और विनय झा की दुकान है. शुक्रवार रात को गढ़ी में रहने वाला जगजीत अपनी पत्नी और बेटी के साथ दवाई लेने आया था. उसने एक दुकान के बाहर ही यूरिन पास कर दिया. नज़दीक ही विमल और विनय मौजूद थे. उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताते हुए उन्हें टोका. जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच बहस हो गई.
जगजीत अपनी बेटी और पत्नी को लेकर चला गया लेकिन कुछ देर बाद वह अपने दोस्तों के साथ वापस लौटा और ये लोग विनय और विमल के साथ झगड़ा करने लगे. मारपीट होने लगी. शोर सुनकर लोग एकत्र हो गए और विमल और विनय के साथ हो गए, जिसके बाद जगजीत और उसके साथी भागने लगे. कुछ दूरी पर जाकर जगजीत का दोस्त अमनदीप गिर गया. उसे उठा कर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसके शरीर पर चोट का निशान नज़र नहीं आ रहा था, लगा जैसे उसका हार्ट फेल हुआ है. मारपीट में दोनों पक्ष घायल हुए.
अमनप्रीत के शव को पोस्टमार्टम के लिये सुरक्षित रखवा दिया गया. पोस्टमार्टम में पता चला कि कि उसकी कमर पर नुकीली वस्तु से वार किया गया, जिससे उसके हार्ट में चोट लगी. संभावना है कि हार्ट फेल के चलते उसकी मौत हो गयी. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करने के बाद विनय और विमल को गिरफ्तार कर लिया.
मां को फोन करके 3 रोटी बना कर रखने के लिए कहा था अमनदीप की मौत से उसका परिवार बुरी तरह से टूट चुका है. माता पिता का रो-रो कर बुरा हाल है. मां बार-बार यही कह रही है की अमनप्रीत मेरा अकेला बेटा था. मेरे घर का सहारा था. उसके पिता बीमार रहते हैं. उनको लीवर और किडनी की प्रॉब्लम है. अभी कुछ दिन पहले ही अस्पताल से डिस्चार्ज होकर लौटे हैं और अमनदीप घर की जिम्मेदारी निभा रहा था. शुक्रवार की रात लगभग 8 बजे वह अपने दोस्तों के पास गया था. उसको कोई फोन आया था. देर रात 11 बजे उसका फोन मेरे पास आया कि मम्मी क्या कर रही हो? मैंने कहा कि रोटी बना रही हूं. तो उसने बोला मेरे लिए 3 रोटी बना कर रख देना. मैं अभी आधे घंटे में आ जाऊंगा. 11:30 बजे तक वह नहीं आया. फिर 12 बजे मेरे पास फोन आया कि अमनदीप हॉस्पिटल में उसकी तबीयत ज्यादा खराब है. मैंने पूछा क्या हुआ है, तो मुझे बोला गया कि नहीं पता आप हॉस्पिटल आ जाओ.
मां ने कहा कि हम नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट चले गए. वहां पर डॉक्टर ने बोला कि अमनदीप की मौत हो चुकी है. उसे जब लाया गया था, तभी उसकी मौत हो गई थी. किसी को नहीं पता था कि उसके साथ क्या हुआ है? ऐसा लग रहा था जैसे उसका हार्ट फेल हो गया है. पुलिस भी पहले इसे हार्ट फेल का ही मामला मान रही थी, लेकिन हमने जब डेड बॉडी को देखा तो उसकी कमर में चोट का निशान था. फिर पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए रखवाया. जब पोस्टमार्टम हुआ तो उसमें पता चला कि उसकी कमर में कोई चोट का निशान है, जिससे उसकी मौत हुई है. हमारी यही मांग है कि अमनदीप के हत्यारों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. हमें न्याय मिलना चाहिए.
अमनदीप की मां ने कहा कि अमन अपने दोस्तों से मिलने गया था. हमें नहीं पता कि क्या झगड़ा हुआ? उसके दोस्तों ने भी हमसे बात को छुपाया. वह पहले उसे बेहोशी की हालत में घर के पास लाए थे. यहां पर उसको पानी वगैरह पिलाने की कोशिश की, लेकिन जब कुछ नहीं हुआ तो वह घर पर लाने के बजाए सीधे अस्पताल ले गए. हमें शुरुआत में बताया गया कि अमन भागते हुए गिर गया है, लेकिन सही बात नहीं बताई. हमें बाद में पता चला कि किसी और लड़के का झगड़ा हुआ था, जो अमन का दोस्त था. अमन भी वहां पर बीच-बचाव कराने के लिए गया था और उसी दौरान अमन को किसी ने मार दिया. यह हत्या का मामला है.
मारपीट से जुड़ा एक वीडियो हुआ वायरल, मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश इस वारदात से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन पुलिस का कहना है कि यह मामला सिर्फ और सिर्फ झगड़े का है. अचानक हुई बहस विवाद में बदली जो मारपीट में बदल गई और फिर उसमें हिंसक झड़प हो गयी. किसी ने भी जानबूझकर किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का प्रयास नहीं किया. दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्या कहना है आरोपी पक्ष का? विमल और विनय के दोस्त विनय सिसोदिया का कहना है कि यह शुक्रवार रात का मामला है और यह पूरा झगड़ा जगजीत नाम के एक लड़के द्वारा दुकान के बाहर यूरिन पास करने को लेकर शुरू हुआ था. जो लड़का अमनदीप है, जिसकी मौत हुई है, वह जगजीत का दोस्त था. उसकी मौत का सभी को काफी दुख है, क्योंकि उसका कोई झगड़ा नहीं था. वह जगजीत के साथ आया था, लेकिन जो हुआ है वह गलत हुआ है और हम भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि विमल और विनय दुकानदार है. कोई अपराधी नहीं है और न ही उस समय वे कोई हथियार लेकर बैठे हुए थे. यह झगड़ा अचानक हुआ था और किसी को नहीं पता कि अमनदीप को किसने चोट मारी है, क्योंकि उस समय काफी सारे लोग थे. क्या पता उन्हीं के किसी साथी से कोई चीज अमनदीप को लग गई हो. उस दिन विमल का जन्मदिन था. विमल और विनय दोनों दुकान के बाहर खा पी रहे थे. उन्होंने एक दो ड्रिंक भी ली हुई थी और चिकन भी बनाया था. उनका चाचा का लड़का रोहित भी वहां पर मौजूद था. रोहित अपनी साइकिल से घर निकल गया था और विमल और विनय वहां पर मौजूद थे. विमल भी बाइक लेकर जा चुका था जब यह बहस शुरू हुई थी और बाद में जगजीत अपने साथ अपने दोस्तों को लेकर यहां पर मारपीट करने के लिए पहुंचा था, तब विनय अकेला था. उसने विमल को फोन किया तो विमल वापस दुकान पर पहुंच गया. एक और बात यहां स्पष्ट करना चाहेंगे कि कल से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें इस तरीके से दर्शाया जा रहा है जैसे इस मामले में किसी एक धर्म को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है, जबकि यह गलत है. उस लड़ाई में जो कुछ भी हुआ है वह गुस्से में हुआ है और बगैर किसी सोची समझी साजिश के हुआ है. इसलिए इसे धार्मिक रंग नहीं देना चाहिए.
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