नई दिल्ली: अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देशभर में पूजा अर्चना के साथ खुशी का माहौल है. इसी बीच बिहार के किशनगंज में एक अनोखा मामला सामने आया है. जहां 18 सालों के बाद एक युवक अपने पैरों में चप्पल धारण करेगा. समाज सेवा का शौक रखने वाले देबदास उर्फ देबू दा इलाके में मशहूर हैं.
दरअसल 37 साल के देबू दा ने 2001 में ये संकल्प लिया था कि जब तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ नहीं हो जाता तब तक वह पैरों में चप्पल नहीं पहनेंगे. तब से लेकर अभी तक देबू बिना चप्पल के ही घूमते हैं. वहीं अब जब सुप्रीम कोर्ट मंदिर निर्माण के हक में फैसला सुना दिया है तो देबू दा चेहरे पर खुशी है. उनका कहना है कि 18 सालों के बाद उन्होंने पैरों में चप्पल पहनी है. 2001 में इंटर में पास होने के बाद देबू ने ये संकल्प लिया था. जो कि अब पूरा हो गया है.
आपको बता दें कि देबू समाज सेवा का जुनून है. वे रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ स्वयं भी रक्तदान करते हैं. समाज में जिस परिवार से उन्हें शादी-विवाह और जन्मदिन के अवसर पर न्योता मिलता है, उस परिवार के सदस्यों से कम से कम पांच पौधारोपण करवाने का प्रयास करते हैं. उनका दावा है कि अभी तक वे 1800 से अधिक लोगों के दाह-संस्कार में शामिल हो चुके हैं. साथ ही देबू अनाथ आश्रम में बच्चों को योग व्यायाम और गानों के माध्यम से प्रोत्साहित करते हैं.