Question On EVM: यूट्यूब पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बारे में संदेह पैदा करने वाले वीडियो पर अब चुनाव आयोग का डिस्क्लेमर दिखाई देगा. इस सप्ताह की शुरुआत से यूट्यूब ने कंटेक्स्ट इंफोर्मेशन पैनल जोड़ा है जो चुनाव आयोग के डिस्केमर के रूप में काम करता है.


इतना ही नहीं स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा उपायों को बताते हुए वीडयो के ठीक नीचे की ओर ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों (FAQs) का लिंक भी दिया गया है.


‘स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होते हैं’


भारत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग, चुनाव आयोग टाइटल वाले इन्फॉर्मेशन पैनल में कहा गया है, “इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में मजबूत तकनीकी सुरक्षा उपाय और ईसीआई (भारत का चुनाव आयोग) की ओर से लगाए गए विस्तृत प्रशासनिक सुरक्षा उपाय, प्रक्रियाएं और सुरक्षा सुनिश्चित करतीं हैं कि चुनाव पारदर्शी, स्वतंत्र और निष्पक्ष हों.”


चुनाव आयोग ने यूट्यूब को लिखी थी चिट्ठी


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यूट्यूब ने ये कार्रवाई तब की है जब चुनाव आयोग ने हाल ही में एक चिट्ठी लिखकर लगभग 70 वीडियो की लिस्ट के साथ इन्फॉर्मेशन पैनल जोड़ने के लिए कहा था. चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ये ईवीएम और वीवीपैट के इस्तेमाल पर संदेह को दूर करने के चुनाव आयोग के प्रयासों का एक हिस्सा है.


दरअसल, यूट्यूब पर कथित तौर ईवीएम जैसी दिखने वाली मशीनों में धांधली वाले कई वीडियो हैं. इसकी एक लिस्ट चुनाव आयोग ने बनाकर यूट्यूब को दी और उसमें ये डिस्क्लेमर डाले गए हैं. इसके अलावा विपक्षी गठबंधन इंडिया ने चुनाव आयोग को ईवीएम और वीवीपैट को लेकर कई बार लिखकर सवाल किए, जिसके बाद आयोग ने एफएक्यूस में कई जवाब और जोड़े हैं.


सूत्रों ने कहा कि आगे चलकर, ईवीएम के बारे में अन्य वीडियो में सूचना पैनल और एफएक्यू का लिंक जोड़ा जाएगा. चुनाव आयोग ईवीएम से संबंधित सामग्री में अस्वीकरण जोड़ने के लिए मेटा (फेसबुक) और एक्स (ट्विटर) तक पहुंचने की प्रक्रिया में भी है.


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