नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राज्य से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की.  इन मुद्दों में पोलावरम सिंचाई परियोजना के लिए लंबित धनराशि जारी करना भी शामिल है. जगन मोहन रेड्डी के इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा तेज हो गई है. क्योंकि वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने अभी 23 और 24 सितंबर को अमित शाह से मुलाकात की थी.


वाईएसआर कांग्रेस के राजग में शामिल होने की अटकलों के बीच आठ महीने बाद रेड्डी और मोदी की मुलाकात हुई है. बैठक के दौरान राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई या नहीं इसकी जानकारी नहीं है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 40 मिनट तक चली बैठक में रेड्डी ने लंबित बकाया धनराशि और कडपा इस्पात संयंत्र जैसी विभिन्न परियोजनाओं के लिए मंजूरी पर चर्चा की.। बैठक के दौरान वाईएसआर कांग्रेस के संसदीय दल के प्रमुख वी विजय साई रेड्डी भी मौजूद थे.





सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मोदी से दस हजार करोड़ रुपये के लंबित राजस्व अनुदान और पोलावरम परियोजना के लिए 3,250 करोड़ रुपये को जारी करने तथा कुर्नूल जिले में उच्च न्यायालय की स्थापना का अनुरोध किया. रेड्डी ने प्रधानमंत्री से आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के तहत किये गए सभी वादे निभाने का भी अनुरोध किया।


प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद रेड्डी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से कृष्णा-गोदावरी नदी जल बंटवारे के मुद्दे पर शीर्ष परिषद की बैठक में हिस्सा लिया. इसके बाद वह अपने निजी विमान से विजयवाड़ा के लिये रवाना हो गए.