साइकिल से 9 किमी की दूर तय कर पहुंचाया खाना, लोगों ने जज्बा देख Zomato ब्वॉय को दिला दी बाइक
जोमाटो ब्वॉय की मदद के लिए ऑनलाइन अभियान के लिए फंड जुटाया गया. 10-12 घंटों के भीतर ही करीब 70 हजार रुपये जुटा लिए.
हैदराबाद के किंग कोटी इलाके में रहने वाले रोबिन मुकेश नामक आई टी कर्मचारी ने 14 जून की रात करीब 10.30 बजे जोमाटो पर एक ऑर्डर किया था. जिसे पहुंचाने की जिम्मेदारी 'जोमैटो' के डिलीवरी एग्जीक्यूटिव मोहम्मद अकील अहमद को मिली. करीब 20 मिनट में अकील ऑर्डर लेकर मुकेश की लोकेशन पर पहुंच गया.
मुकेश, ऑर्डर लेने अपने मकान से नीचे आया तो वह अकील को देखकर हैरान रह गया, क्योंकि अकील डिलीवरी करने साइकिल से पहुंचा था. मुकेश को आभास हुआ कि अकील ने साइकिल से 9 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 20 मिनट में तय की है, इसके लिए कितना मेहनत किया.
अकील की कहानी से प्रभावित होकर मुकेश ने उसकी एक तस्वीर खींची और उसकी तारीफ में एक फेसबुक पोस्ट लिख दी. इस पोस्ट पर बहुत से लोगों ने प्रतिक्रिया दी और अकील का हौसला अफजाई किया. कुछ ने सुझाव दिया कि उन्हें अकील के लिए कुछ करना चाहिए. लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया को देखते हुए मुकेश ने अकील को एक बाइक खरीदकर देने का फैसला किया.
10-12 घंटों के जुटाए 70 हजार रुपये
इसके लिए मुकेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर फंड जुटाने के लिए 15 जून से एक अभियान शुरू किया, और 10-12 घंटों के भीतर करीब 70 हजार रुपये जुटाने में सफल रहे. जब तक मुकेश ने इस अभियान को रोकने का फैसला किया, तब तक उन्होंने 73,370 रुपये जुटा लिए थे. ये रकम उनके शुरुआती लक्ष्य से काफी अधिक थी. इसलिए उन्होंने अतिरिक्त राशि को अकील की कॉलेज फीस के लिए देने का फैसला किया है.
आखिरकार मुकेश ने अपने सोशल मीडिया के दोस्तों के साथ मिलकर अकील को बाइक दिलाने में सफलता हासिल की. मुकेश ने इसकी तस्वीरें 18 जून को फेसबुक पर शेयर कीं. उन्होंने लिखा, ‘हैल्लो दोस्तों, जैसा कि हमने वादा किया था, हमने अकील को हेलमेट, रेनकोट, मास्क पैकेट और सैनिटाइजर के साथ TVS XL बाइक की चाबी सौंप दी है.’ इस बाइक की कीमत लगभग 65 हजार रुपये है.
21 साल का मोहम्मद अकील अहमद थर्ड ईयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता है. अकील की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसकी वजह से वह पिछले एक साल से जोमाटो के साथ काम कर रहा है. बाइक नहीं होने की वजह से साइकिल से ही ऑर्डर डिलीवर करता था और इसके लिए काफी मेहनत करता था. अब बाइक मिल गई, बाइक में घूम-घूम कर डिलीवरी कर रहा है. हालांकि, अब अकील बाइक मिलने से काफी खुश है. साथ ही, वह मुकेश व मदद करने वाले अन्य लोगों का शुक्रगुजार भी.
ये भी पढ़ें-