(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
केरल: माओवादी संगठन में भर्ती कराने वाले दो आरोपियों के ठिकाने पर NIA की छापेमारी
प्रतिबंधित संगठन में भर्ती कराने वाले दो संदिग्धों के यहां नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने छापेमारी की है. केरल में हुई छापेमारी के दौरान 8 मोबाइल फोन, 7 सिम कार्ड, 2 मेमोरी कार्ड, 1 लैपटॉप, 7 पेन ड्राइव और 1 वॉयस रिकॉर्डर, 9 किताबें और कई दस्तावेज जिनमें वामपंथी उग्रवाद और सीपीआई (माओवादी) का समर्थन किया गया है, जब्त किए गए हैं.
नई दिल्ली: नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने माओवादी संगठन में भर्ती कराने वाले दो आरोपियों के ठिकाने पर छापेमारी की. यह छापेमारी केरल में हुई और छापेमारी के दौरान अनेक मोबाइल फोन सिम कार्ड मेमोरी कार्ड लैपटॉप और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए. इस मामले में भर्ती होने वाले दो माओवादियों के खिलाफ एनआईए ने कुछ दिन पहले ही आरोप पत्र दाखिल किया था और इसी दौरान एनआईए को भर्ती कराने वाले लोगों के बारे में पता चला था.
एनआईए के मुताबिक आज केरल के कोझिकोड में संगठन सीपीआई माओवादी से जुड़े संदिग्ध विजित विजयन और अभिलाष के घरों पर छापेमारी की गई. एनआईए को मामले की जांच के दौरान पता चला था कि इन दोनों ने इस मामले में शामिल दो अन्य कथित माओवादियों एलन सुएब और थवाहा को प्रतिबंधित संगठन में भर्ती कराया था. यह मामला मूल रूप से 1 नवंबर 2019 को केरल के कोच्चि कोर्ट शहर में पंथी कबू पुलिस थाने में दर्ज हुआ था.
इस मामले में आरोप था कि आरोपी एलन और थवाह फैजल एक अन्य साथी सीपी उस्मान के साथ बैठक कर रहे थे और इस बैठक में देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी. सूचना के आधार पर केरल पुलिस ने वहां छापा मारा और एलन और फैसल को सीपीआई माओवादी का समर्थन करने वाले दस्तावेजों और प्रचार सामग्री के साथ गिरफ्तार किया गया जबकि उनका साथी उस्मान भागने में कामयाब हो गया बाद में मामला जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया था.
एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया कि जांच के बाद इस मामले में दोनों गिरफ्तार आरोपियों और फरार आरोपी के खिलाफ 27 अप्रैल 2020 को केरल की विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया था. जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों की भर्ती प्रतिबंधित संगठन में दो अन्य लोगों ने कराई थी. सूचना के आधार पर आज छापे मारे गए और छापों के दौरान आठ मोबाइल फोन 7 सिम कार्ड दो मेमोरी कार्ड एक लैपटॉप 7 पेनड्राइव एक वॉइस रिकॉर्डर और कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं. एनआईए का कहना है कि इस मामले की जांच अभी जारी है और फरार लोगों की तलाश की जा रही है. एनआईए जानना चाहती है कि आरोपी किसके इशारे पर इस प्रतिबंधित संगठन में लोगों की भर्ती कराते थे और इनके असली इरादे क्या हैं.
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