Cruise Drugs Case: क्रूज ड्रग्स केस को लेकर लगातार हो रहे खुलासे ने पूरे देश में तहलका मचाया हुआ है. ड्रग्स कांड के आरोपों की वजह से बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को जेल की हवा खानी पड़ी और NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे खुद भी सवालों के कठघरे में पहुंच गए. ड्रग्स कांड को लेकर आज एबीपी न्यूज़ ने कई बड़े खुलासे किए हैं. एबीपी न्यूज़ के पास चार ऐसे सबूत हैं, जिनसे साबित होता है कि इस केस में वसूली के लिए साजिश रची गई थी.


इस मामले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा, 13 लोगों को चिह्नित किया गया. 3 तारीख की रात में डीजी प्रधान साहब ने मीडिया के सामने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार मिड सी में ऑपरेशन किया गया. क्रूज पर छापेमारी हुई, 15 दिन से हम तैयारी कर रहे थे और इस तरह की बातें कही गईं. सारे देश में इसको लेकर खबरें चलने लगीं.


लेकिन हमने भी 6 तारीख को केपी गोसावी और मनीष भानुशाली पर सवाल उठाए. वॉट्सएप चैट के जरिए प्रभाकर सैल कह रहा है कि कुछ लोगों के चेहरे पहले से भेजे गए थे कि उन लोगों को पकड़ना था. यह सारी बातें बातचीत में हैं. बिना इजाजत के क्रूज़ समुद्र में कैसे गई, बिना तलाशी के इसे इजाजत कैसे दी गई? क्यों टर्मिनस से ही लोगों को डिटेन कर लिया गया? आर्यन खान को किसके कहने पर वहां तक लाया गया? आर्यन खान के घर वालों से 25 करोड़ की मांग क्यों की गई थी ? डिस्काउंटेड रेट 18 करोड़ में डील क्यों हुई ? 50 लाख रुपए क्यों उठाए गए? यह सवाल दोनों एसआईटी के सामने हैं. सीसीटीवी फुटेज है, बयान है. सीडीआर और इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस भी हैं.


मलिक ने कहा, कहीं ना कहीं लोगों को डराया जा रहा है कि आपने पैसा दिया है आप भी मुकदमे बाजी में फंस जाओगे. मैं आज फिर कह रहा हूं अपने बच्चों को बचाने के लिए फिरौती देने वाला गुनहगार नहीं.  मैं एक बार फिर कहता हूं कि ऐसे लोग सामने आएं. आप पीड़ित हैं आप गुनहगार नहीं है. डराने से आप डरेंगे तो इस शहर में इसी तरह उगाही का काम चलता रहेगा.


वहीं एबीपी न्यूज के ऑपरेशन वॉट्सऐप पर प्रभाकर सैल के वकील तुषार खंदारे ने कहा, देश के सच्चे नागरिक होने के नाते उन्हें सामने आने की जरूरत है और बताना चाहिए कि उनसे पैसे की डिमांड की गई थी. उन्होंने ये भी सवाल उठाया कि इतने पुख्ता सबूत देने के बाद भी क्यों अब तक मुंबई SITने FIR दर्ज नहीं की ? पूजा ददलानी क्यों सामने नहीं आ रही हैं? पूजा ने कोर्ट में क्यों झूठ बोला.


वसूली कांड का पहला सबूत


एक वॉट्सएप चैट ABP न्यूज के हाथ लगी है. ये चैट तीन अक्टूबर को हुई थी और इस चैट के जरिए क्रूज ड्रग्स केस में NCB के दो अहम गवाहों केपी गोसावी और प्रभाकर सैल की आपसी बातचीत के राज खुल रहे हैं.


चैट


केपी गोसावी- हाजी अली चले जाओ और वो काम पूरा करो, जो मैंने तुम्हें बताया था. वहां से घर वापस आ जाना.
प्रभाकर सैल- जी सर


प्रभाकर सैल ने केपी गोसावी के साथ हुई अपनी वॉट्सएप चैट भी NCB को सौंपी है. इस वॉट्सएप चैट में केपी गोसावी ने सैल को मैसेज करके हुक्म दिया था. प्रभाकर सैल और केपी गोसावी की वॉट्सएप चैट इस बात का सबूत है कि क्रूज पार्टी में NCB की छापेमारी के बाद बहुत बड़ा खेल चल रहा था. प्रभाकर सैल के एफिडेविट के मुताबिक़, उसे केपी गोसावी ने हाजी अली जाकर इंडियाना होटेल के पास से किसी मिलकर 50 लाख रुपये कैश लेने के लिए कहा था और प्रभाकर सैल वहां सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर पहुंचा जहां पर एक सफ़ेद रंग की कार आई और उसने 2 बैग पैसों से भरे मुझे दिए.


कथित वसूली कांड के सबसे बड़े राजदार प्रभाकर सैल ने एक और सनसनीखेज खुलासा किया है. खुलासा ये कि NCB की रेड से पहले ही कई लोगों की पहचान की जा चुकी थी और उनकी गिरफ्तारी के लिए बाकायदा एक जाल बिछाया गया था. प्रभाकर सैल ने अपने एफिडेविट में दावा किया है कि केपी गोसावी ने वॉट्स एप के जरिए उसे कई लोगों के फोटो भेजे थे.


वसूली कांड का दूसरा सबूत


इस वॉट्स एप चैट पर तारीख दर्ज है- दो अक्टूबर और वक्त लिखा है- एक बजकर 23 मिनट. किरण गोसावी ने प्रभाकर शैल को वॉट्सएप पर कुछ लोगों के फ़ोटो भेजे थे और कहा था कि ये लोग अगर क्रूज़ पर ग्रीन गेट से जाते दिखाई दें तो बताना. शैल ने भी इन बातों का ज़िक्र अपनी एफ़िडेविट में किया है. ABP न्यूज़ के हाथ वो सारे चैट लगे हैं जिसमें साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि केपी गोसावी ने अपने ड्राइवर प्रभाकर सैल को 10 लोगों की तस्वीरें भेजी थी. केपी गोसावी के सभी 10 टारगेट बेहद हाईप्रोफाइल लोग थे.


उन 10 टारगेट में से एक शख़्स को प्रभाकर सैल ने पहचाना भी था और उसने इस बात की जानकारी भी वॉट्स एप के जरिए ही केपी गोसावी को दी थी. प्रभाकर सैल के एफ़िडेविट के मुताबिक़ क़रीब 4 बजकर 23 मिनट पर गोसावी ने प्रभाकर सैल को बताया कि इस मामले में NCB ने 13 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है.


वसूली कांड की साजिश का तीसरा सबूत


ABP न्यूज़ के हाथ कुछ ऐसे फ़ोटो लगे हैं, जिसमें प्रभाकर सैल ने क्रूज़ के पास खड़े होकर सेल्फ़ी निकाली थी. हमें कुछ ऐसी तस्वीरें मिली हैं, जिनमें केपी गोसावी NCB के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के एकदम पीछे खड़ा दिखाई दे रहा है. इन तस्वीरों के जरिए शायद केपी गोसावी खुद को NCB की टीम के मेंबर दिखाना चाहता था. शायद उसकी मंशा यही थी कि जो उसके बारे में जानता ना हो, वो यही समझे कि केपी गोसावी कोई प्राइवेट शख़्स नहीं बल्कि NCB कर्मचारी है.


वसूली कांड की साजिश का चौथा सबूत


पर्दे के पीछे खेले जा रहे इस सीक्रेट खेल का सबूत नंबर चार एक और वॉट्सएप चैट है. ये चैट प्रभाकर सैल और NCB कर्मचारी समीर सालेकर के बीच हुई थी. प्रभाकर सैल ने अपने एफ़िडेविट में बताया कि उसे पंच यानी गवाह बनाया गया था और उसे कुछ बताए बगैर ही उससे 10 कोरे काग़ज़ पर दस्तखत करवा लिए थे, जिस वक्त ये कार्रवाई हो रही थी, उस समय उसके पास आधार कार्ड भी नहीं था. इस चैट में साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि प्रभाकर सैल ने अपना आधारकार्ड NCB कर्मचारी समीर सालेकर को भेजा था.


बता दें कि NCB के पंच यानी स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल ने ABP न्यूज के कैमरे पर भी ये खुलासा किया था कि NCB के कर्मचारियों ने उससे कोरे कागज पर दस्तखत करवाए थे. और अब उसने NCB को सौंपे गए अपने एफिडेविट में भी वो पूरी कहानी सिलसिलेवार ढंग से बयान कर दी है. प्रभाकर सेल के एफिडेविट और वॉट्स चैप से जो नए-नए खुलासे हुए हैं. उससे क्रूज ड्रग्स केस से जु़ड़े कई राज बेपर्दा कर दिए हैं.


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