Jammu Kashmir: कुलगाम में बैंक के अंदर घुसकर मैनेजर को मारी गोली, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात - एक महीने में 8वीं हत्या
Jammu Kashmir: मृतक बैंक मैनेजर का नाम विजय कुमार बताया जा रहा है. वह इलाक़ाई देहाती बैंक में बतौर मैनेजर काम करते थे. उन्होंने कुछ दिन पहले ही यहां नौकरी ज्वाइन की थी.
Kulgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों ने एक बार फिर से कायराना हरकत को अंजाम दिया है. घाटी में सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे अभियानों से बौखलाए आतंकियों ने एक बैंक मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी है. मृतक बैंक मैनेजर का नाम विजय कुमार बताया जा रहा है. मृतक विजय कुमार इलाक़ाई देहाती बैंक में बतौर मैनेजर काम करते थे. उन्होंने कुछ दिन पहले ही यहां नौकरी ज्वाइन की थी.
बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने विजय कुमार पर उस समय हमला किया जब वह इलाकाई देहाती बैंक की कुलगामा शाखा में ड्यूटी पर थे. बैंक मैनेजर की पहचान विजय कुमार के रूप में हुई है. वह राजस्थान के हनुमानगढ़ के रहने वाले थे. इस हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. वहीं इस घटना के बाद फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. अशोक पंडित ने कश्मीर में टारगेट किलींग पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर में हालत को नियंत्रण करने में पूरी तरह से फेल हो चुकी है.
आतंकियों के निशाने पर हिंदू नागरिक और सरकारी कर्मचारी
बीते कुछ समय से आतंकवादी घाटी में दहशत का माहौल कायम करने के लिए हिंदू नागरिक और सरकारी कर्मचारियों को चुनकर निशाना बना रहे हैं. आतंकियों ने हाल ही में बडगाम में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट और कुलगाम में महिला शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसका कश्मीरी पंडितों ने जमकर विरोध किया था. घाटी में लगातार हो रही वारदातों के बाद कश्मीरी पंडितों ने सरकार से मांग की थी कि सभी प्रवासी सरकारी कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर तैनात किया जाए.
प्रशासन ने उठाया ये कदम
घाटी में हिंदू नागरिकों खासकर सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाकर हो रही हत्याओं के बाद प्रशासन ने उनकी सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है. जम्मू प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर प्रधानमंत्री विशेष पैकेज के तहत कश्मीर में तैनात प्रवासियों और जम्मू संभाग के दूसरे कर्मचारियों को घाटी में 6 जून तक सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का आदेश जारी कर दिया है. जिसके मुताबिक, कश्मीर संभाग में पीएम पैकेजे के तहत तैनात अल्पसंख्यक समुदायों के कर्मचारियों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर तैनात किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें-
Explained: ED ने सोनिया-राहुल को क्यों भेजा समन? क्या है गांधी परिवार से नेशनल हेराल्ड केस का नाता