कुशीनगर: कोरोना महामारी में भी आपूर्ति विभाग की अंधेरनगरी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कोटेदारों को दिए जाने वाले राशन में कम पैमाइश को लेकर कुशीनगर के कोटेदार एकजुट हो गए हैं. कोटेदारों ने एसडीएम तमकुही राज के आवास पर धरना प्रदर्शन कर बिना तौल के राशन को उठाने से मना कर दिया है. कोटेदारों का आरोप है कि जो राशन उन्हें वितरण के लिए दिया जाता है उसका वजन 50 किलोग्राम की जगह केवल 45 से 47 किलोग्राम ही होता है. उसमें भी 3 किलोग्राम का बोरा भी होता है.


घटतौली की वजह से हमे पूरा राशन नहीं मिलता तो हम गांव मे कार्ड धारकों को पूरा राशन कैसे बांटते हैं, इसकी कल्पना की जा सकती है. अपनी चोरी छिपाने के लिए खुद विभाग हम लोगों को चोर साबित कर देता है. राशन वितरण में व्याप्त भ्रष्टाचार व कालाबाजारी को लेकर जिला पूर्ति अधिकारी विमल शुक्ला कहते हैं कि बोरे का तौल कराकर ही कोटेदारों को राशन देने का नियम है. किन परिस्थितियों में उन्हें बिना तौल राशन दिया जा रहा है इसकी जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बिना वजन कराए कोटेदारों को राशन न दिया जाय.


कुशीनगर जनपद में कुल 1482 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान है. जनपद के 6 तहसीलों में सप्लाई इंस्पेक्टर नियुक्त हैं. जिनकी देखरेख में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का राशन वितरण कराया जाता है. साथ ही 14 विकासखंड में अलग-अलग एसएमआई (सीनियर मार्केटिंग इंस्पेक्टर) भी तैनात किए गए हैं जो ब्लाक में बने गोदामों से अपनी देखरेख में राशन कोटेदारों (दुकानदारों) का उठान करवाते हैं.


नियम के मुताबिक दुकानदारों को राशन देते समय इंस्पेक्टर अपने सामने सभी बोरों का तौल करा कर उसका वजन निर्धारित करके ही राशन देना सुनिश्चित करेंगे. लेकिन कोटेदारों के आरोपों को मानें तो बिना तौल कराए ही उनको राशन दिया जाता है और जब हम घर आकर कार्ड धारकों को राशन देते हैं तो किसी बोरे में 46 किलोग्राम से ज्यादा राशन नहीं मिलता है. अब जब ऊपर से घटतौली होती है तो हम इसको कैसे पूरा कर सकते हैं. अभी दो सप्ताह पूर्व कार्ड धारकों की शिकायत पर कि उन्हें राशन कम मिलता है पर पडरौना तहसील के सोहनरिया गांव के कोटे की दुकान जांच हुई थी. जांच के समय कोटेदार ने जांच अधिकारी के सामने खुल कर कहा था कि साहब हम क्या करेंगे ऊपर से ही हम लोगों को बोर में कम राशन मिलता है. इसका इस तरह खुलेआम कहते हुए वीडियो भी वायरल हुआ था.


जब अंधेरगर्दी की हद हो गयी तो घटतौली को लेकर तमकुहीराज तहसील परिक्षेत्र के कोटेदारों ने परेशान होकर एसडीएम के आवास पर प्रदर्शन शुरू कर दिया. दो दिन पहले एक कोटेदार द्वारा घटतौली की शिकायत पर धर्मकांटा वालों द्वारा किये गए मारपीट के मामले में कार्यालय से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित धर्मकांटा का एसडीएम ने अब तक जांच पड़ताल भी नहीं की है. कोटेदारों का आरोप अगर सही है तो प्रति ट्राली चार कुंतल कम राशन उन्हें मिल रहा है.


आपको बता दें कि कुशीनगर जनपद में इस महीने जनपद के कुल 117136 अंत्योदय कार्ड धारकों के लिए 2342.720 एमटी गेहूं, 1757.040 एमटी चावल का आवंटन किया गया है. साथ ही जनपद के 608366 पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों के लिए 7242.4110 एमटी गेहूं व 4828.2740 एमटी चावल का आवंटन भी हुआ है.


नोएडा: मेडिकल स्टाफ को कोरोना होने से दूसरे मरीज हुए परेशान, जिला अस्पताल का लेबर रूम हुआ सील

कोरोना का कहर: तीन पुलिसवालों की मौत के बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर ने लिया ये बड़ा फैसला