चंद्रयान 2 मिशन: लैंडर विक्रम का पता चला, इसरो प्रमुख बोले- अभी तक संपर्क नहीं लेकिन कोशिश जारी
देश के चंद्रयान 2 मिशन का लैंडर विक्रम जब चांद से सिर्फ 2.1 किमी दूर था तब उसका संपर्क इसरो से टूट गया. इस बीच नासा ने भारत के बयान की तारीफ की है.
नई दिल्ली: चंद्रयान 2 मिशन से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है, इसरो को ऑर्बिटर के जरिए लैंडर विक्रम की लोकेशन का पता चला है. इसरो प्रमुख के सिवन ने कहा, ''हमें लूनर सतह पर विक्रम लैंडर की लोकेशन का पता चला है, ऑर्बिटर ने लैंडर की थर्मल तस्वीर भेजी है लेकिन अभी किसी भी तरह का संपर्क नहीं हुआ है. हम संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, जल्द ही संचार स्थापित होगा.'' बता दें कि शनिवार को तड़के चंद्रयान 2 मिशन के दौरान आखिरी वक्त में लैंडर विक्रम से इसरो का संपर्क टूट गया था.
Indian Space Research Organisation (ISRO) Chief, K Sivan to ANI:We've found the location of #VikramLander on lunar surface&orbiter has clicked a thermal image of Lander. But there is no communication yet. We are trying to have contact. It will be communicated soon. #Chandrayaan2 pic.twitter.com/1MbIL0VQCo
— ANI (@ANI) September 8, 2019
शनिवार को इसरो प्रमुख ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगले 14 दिनों तक लैंडर विक्रम से संपर्क की कोशिश जारी रहेगी. इसरो प्रमुख ने कहा, ''एजेंसी अगले 14 दिनों तक लैंडर विक्रम से संपर्क साधने की कोशिश जारी रहेगी. उन्होंने बताया कि मिशन अपनी 100% सफलता के बेहद नजदीक था. के सिवन ने कहा, ''आखिरी चरण सही तरह से नहीं हो पाया, उस फेज में हमारा लैंडर से संपर्क टूट गया और बाद संचार स्थापित नहीं हो सका. फिलहाल संचार टूट गया है. हम अगले 14 दिनों तक संपर्क साधने का प्रयास करेंगे.''
इसरो प्रमुख ने चंद्रयान 2 मिशन को 95% सफल बताया था. उन्होंने कहा था कि ऑर्बिटर पूरी तरह ठीक है और उसमें 7.5 साल तक काम करने की क्षमता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गगनयान सहित इसरो के सभी मिशन निर्धारित समय पर पूरे होंगे. बता दें कि लैंडर ‘विक्रम’ अगर ऐतिहासिक लैंडिंग में सफल हो जाता तो भारत चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करा चुके अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों की कतार में शामिल हो जाता.