लॉकडाउन 3.0: पंजाब और हरियाणा से पहुंचे पांच दूल्हों को नहीं मिली जम्मू जाने की इजाजत, प्रशासन ने ऐसे की मदद
लॉकडाउन के बीच पांच दूल्हे अपनी-अपनी बरात लेकर जम्मू जाना चाहते थे लेकिन प्रशासन ने उन्हें प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए जम्मू जाने की अनुमति नहीं दी और लखनपुर में ही शादी करने का रास्ता सुझाया, जिसके बाद दुल्हनों के घर वालों से संपर्क कर शादियां संपन्न कराई गईं.
जम्मू: कोरोना वायरस को हराने के लिए जारी लॉकडाउन 3.0 के बीच जम्मू-पंजाब बॉर्डर से दिलचस्प तस्वीरें सामने आईं. लॉकडाउन के बीच पंजाब और हरियाणा से पांच दूल्हे अपनी दुल्हनिया लेने जम्मू जा रहे थे, लेकिन प्रोटोकॉल के चलते उन्हें जम्मू जाने की इजाज़त नहीं दी गयी जिसके बाद इनकी शादी जम्मू-पंजाब बॉर्डर पर स्थिक लखनपुर में ही रचाई गयी.
लखनपुर में इन दिनों बाहरी राज्यों से आने वाले जम्मू कश्मीर के श्रमिकों, मज़दूरों और छात्रों को लेकर वाहन पहुंच रहे हैं, लेकिन बुधवार को यहां पंजाब और हरियाणा से पांच दूल्हे पहुंचे.फूलों से सजे वाहनों में यह लोग अनुमति के साथ पहुंचे थे लेकिन उन्हें जम्मू जाने की इजाज़त नहीं दी गयी.
पंजाब के फगवाड़ा के रोहित की जम्मू की ज्योति की शादी बुधवार को तय थी. रोहित के पिता रणजीत सिंह के मुताबिक उनके पास वैध अनुमति थी लेकिन उसके बावजूद जम्मू कश्मीर प्रशासन ने उन्हें जम्मू जाने की इजाज़त नहीं दी. उन्होंने बताया कि रोहित और ज्योति शादी पहले अप्रैल महीने में तय थी लेकिन लॉकडाउन के चलते वो रद्द हुई और फिर मई में अगली तारीख निकाली गयी. उनके मुताबिक परिवार ने मई में शादी इसलिए नहीं टाली क्योंकि इसमें बदनामी का डर रहता है. वहीं रोहित के परिवार का दावा है कि एक बार लॉकडाउन खुलते ही वो फगवाड़ा में धूम धाम से शादी करेंगे. वहीं, हरियाणा के पानीपत से जम्मू शादी करने पहुंचे गौरव की शादी भारती से तय थी.गौरव के मुताबिक उन्होंने शादी लॉकडाउन में इसलिए नहीं टाली क्योंकि उनकी कुंडली के मुताबिक अगले एक साल तक उनकी शादी की तारिख नहीं थी. प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद पानीपत से गौरव अपनी दुल्हनिया लेने जम्मू पहुंचे लेकिन प्रोटोकॉल के चलते उन्हें भी जम्मू जाने की इजाज़त नहीं दी गयी. इसके बाद प्रशासन ने गौरव और भारती की शादी कठुआ के एक होटल में करवाई.
वहीं, जम्मू पहुंचे बाकि तीन दूल्हों तरसेम, ऋषब और कंवरदीप सिंह की शादी लखनपुर में ही करवाई गई.
COVID 19: पश्चिम बंगाल सरकार से MHA खासा नाराज, पत्र लिखकर उठाए कई सवाल