बीजेपी को वोट देना करकरे की शहादत का अपमानः स्वामी अग्निवेश
प्रज्ञा ठाकुर ने भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार बनाए जाने के बाद महाराष्ट्र के एटीएस प्रमुख रहे हेमंत करकरे की शहादत को अपने शाप का नतीजा बताया था.
भोपालः मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे स्वामी अग्निवेश ने भारतीय जनता पार्टी को वोट देने को महाराष्ट्र के एटीएस प्रमुख रहे हेमंत करकरे की शहादत का अपमान बताया है.
स्वामी अग्निवेश ने कहा, "अगर कोई मतदाता बीजेपी को वोट करता है, नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने में मदद करता है, यह जानते हुए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जानबूझकर उन्हें (प्रज्ञा) उम्मीदवार बनाया है. हेमंत करकरे पर दिए गए बयान के बाद भी अगर कोई मतदाता बीजेपी को वोट करता है तो वह करकरे की शहादत का अपमान होगा."
पीएम मोदी-अमित शाह का फैसला गलत
अग्निवेश ने आगे कहा, "कोई भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार धर्म के नाम पर साम्प्रदायिक हिंसा को समर्थन देता है तो वह धार्मिक नहीं है, इंसान कहलाने लायक नहीं है. जिन पर आतंकवाद का मुकदमा चल रहा है, उन्हें बीजेपी ने भोपाल से उम्मीदवार बनाया है, उनका पहला बयान ही शहीद के खिलाफ आया. यह बताता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का फैसला गलत है, उन्हें माफी मांगते हुए उम्मीदवारी रद्द करनी चाहिए."
बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर ने भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार बनाए जाने के बाद महाराष्ट्र के एटीएस प्रमुख रहे हेमंत करकरे की शहादत को अपने श्राप का नतीजा बताया था.
करकरे को दिया था श्राप
उन्होंने कहा था कि उन दिनों वह मुंबई जेल में थीं. जांच आयोग ने सुनवाई के दौरान एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि जब प्रज्ञा के खिलाफ कोई सबूत नहीं है तो उन्हें छोड़ क्यों नहीं देते. तब हेमंत ने कई तरह के सवाल पूछे, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि इसे भगवान जाने. इस पर करकरे ने कहा था कि "तो, क्या मुझे भगवान के पास जाना होगा."
प्रज्ञा ने कहा था, "उस समय मैंने करकरे से कहा था कि तेरा सर्वनाश होगा, उसी दिन से उस पर सूतक लग गया था और सवा माह के भीतर ही आतंकवादियों ने उसे मार दिया था."
क्या होता है सूतक
हिंदू मान्यता के अनुसार परिवार में किसी का जन्म या मृत्यु होने पर सवा माह का सूतक लगता है. जिस दिन करकरे ने सवाल किए, उसी दिन से उस पर सूतक लग गया था.
गौरतलब है कि पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हमला किया था. आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए हेमंत करकरे शहीद हो गए थे.
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