भोपाल: मध्यप्रदेश में किसान कर्ज़ माफ़ी योजना पर नयी और पुरानी सरकार आमने सामने आ गई हैं. शिवराज सिंह चौहान सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि वो कमलनाथ सरकार की कर्ज माफी योजना की समीक्षा करेंगे. पटेल ने कहा, 'कमलनाथ के नेतृत्‍व वाली कांग्रेस सरकार ने कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ धोखा किया था. हम किसानों से कमलनाथ और कांग्रेस सरकार पर केस दर्ज कराने के लिए कहेंगे. सरकार किसी पर भी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी, वहीं कांग्रेस का कहना है सरकार नाकामी छिपाने आरोप लगा रही है. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतु पटवारी ने कहा कि किसान क़र्ज़ माफ़ी योजना को छेड़ा गया तो लाखों किसान सड़कों पर उतर आएंगे.

बता दें कि कमलनाथ सरकार की फ़्लैग्शिप योजना जय किसान फसल ऋणमाफी योजना के पहले चरण में 20 लाख 22 हजार 731 पात्र किसानों के 7154 करोड़ 36 लाख रुपए का ऋण माफ करने का ऐलान किया.दूसरे चरण में 12 लाख 2 हजार 78 ऋण खाताधारक किसानों के ऋण माफ करने की प्रक्रिया प्रारंभ करने की बात कही.

उधर मंत्री कमल पटेल, कहते हैं कि कमलनाथ मुख्यमंत्री बने तो पहले आदेश दिया 48 लाख किसानों का 54000 करोड़ का कर्जा माफ किया जाता है, विज्ञापनों में 120 करोड़ दे दिया जबकि माफ कर दिया तो हो जाना था किसान थाने में जाएंगे 120बी, 420 के तहत मामला दर्ज कराएंगे अब वो कोर्ट में जाएंगे इनपर मुकदमा कायम होगा.

वहीं कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा किसानों की क़र्ज़ा माफ़ी योजना शिवराज सरकार बंद करेगी तो किसान सड़क पर उतरेंगे. पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने भी पटेल के बयान की निंदा की और कहा की वो पहले कृषि मंत्रालय चलना सीख लें फिर बयान दें.
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