नई दिल्ली: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई स्थित एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी में कोरोना वायरस के संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत से यहां के निवासियों के वायरस के संपर्क में आने और यहां की घनी आबादी में भी महामारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है.


धारावी की झोपड़पट्टी 613 एकड़ क्षेत्र में फैली है और इसमें कई लघु श्रेणी के उद्योग, चमड़े का सामान, मिट्टी के बर्तन और कपड़ा फैक्ट्रियां हैं. यहां पर 15 लाख लोग छोटे-छोटे मकानों में रहते हैं और यह शहर का सबसे घना बसा क्षेत्र है. कोरोना वायरस से बुधवार को एक व्यक्ति की मौत के बाद प्रशासन किसी भी गलती की गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहता. इसलिए सबसे पहले झोपड़ पट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण (एसआरवी) की उस इमारत को सील कर दिया जहां पर वह रहता था. इलाके को संक्रमित स्थान के रूप में चिह्नित किया गया है.


जहां पर मृतक रहता था उसके चारों ओर झोपड़पट्टी है. मृतक की धरावी में कपड़े की दुकान थी और 23 मार्च को उसमें खांसी, जुकाम और बुखार के लक्षण सामने आए थे और 26 मार्च को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सरकारी सायन अस्पताल में व्यक्ति की मौत के बाद पुलिस ने 300 मकानों और आसपास की 90 दुकानों को सील कर दिया. इनमें रहने वाले लोगों को घर में ही आईसोलेट कर दिया गया.


मृतक के संपर्क में आने वाले लोगों को भी आईसोलेट कर दिया गया है. उसके परिवार के सदस्यों और इमारत में रहने वाले कुछ लोगों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं. बीएमसी ने शहर के 146 स्थानों को चिह्नित किया है जहां पर एक या एक से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज या संदिग्ध मिले थे, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. चिह्नित क्षेत्र में लोगों की आवाजाही को पुलिस नियंत्रित कर रही है.


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