उस दिन पीएम मोदी के कान में क्या कहा था मुलायम सिंह यादव ने?
Mulayam Singh Yadav Death: समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव की सरपरस्ती में पली-बढ़ी आज उसी पार्टी का यही सरपरस्त उसे अलविदा कह गया और अपने पीछे राजनीति के अनगिनत किस्सों की फेहरिस्त छोड़ गया है.
Mulayam Singh Yadav Said TO PM Modi: राजनीति में हार-जीत चलती ही रहती है. कहते हैं न कि गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले... समाजवादी पार्टी के सरपरस्त मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) पर ये शेर मुफीद बैठता है. हार के बाद भी चेहरे पर जीत की मुस्कान कैसे रखी जाती है ये कोई उनसे सीखे. भले ही अब वो दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनकी राजनीतिक कुशलता के कसीदे गढ़ने के लिए उनकी यही खूबी काफी है.
ऐसा ही एक वाकया साल 2017 में पेश आया था, जब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को यूपी विधानसभा चुनावों में बीजेपी (BJP) से हार का सामना करना पड़ा था. इस बड़ी हार के बाद उन्होंने योगी आदित्यनाथ के सीएम पद पर हुए शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi) के कान में कुछ कहा था. इस पर पीएम मोदी सहित वहां मौजूद सभी लोग ठहाके लगा कर हंस पड़े थे. ऐसा क्या कहा था मुलायम सिंह ने पीएम मोदी के कान में आप भी जानना चाहते हैं तो यहां पढ़िए.
जब हार गई थी सपा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 (UP Assembly Election) बीजेपी वाले एनडीए (NDA) गठबंधन को 325 सीट मिली थी. बीजेपी ने सूबे में 384 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और इनमें 312 ने जीत हासिल की थी. वहीं बीजेपी गठबंधन की दो अन्य पार्टियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया था. इनमें अपना दल (सोनेलाल) 11 में से 9 तो भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी ने 8 में से 4 सीटें जीती थीं. इसके साथ सूबे में कांग्रेस के साथ ही समाजवादी पार्टी हाशिए पर आ गई थी. तब इस गठबंधन को 54 सीट ही मिल पाई थीं. कांग्रेस ने 114 में से सात में तो समाजवादी पार्टी 311 में से 47 सीट पर ही सिमट गई थी. इसके बाद सूबे में बीजेपी की सरकार बनी और 19 मार्च को राजधानी लखनऊ के स्मृति उपवन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ को शपथ दिलाई गई थी.
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती सहित मुलायम सिंह यादव सहित अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी पहुंचे थे. इस दौरान बीजेपी के इन दिग्गज नेताओं के बीच पीएम मोदी ने बड़ी गर्मजोशी से मुलायम सिंह से हाथ मिलाया और बातचीत भी की. इस दौरान अखिलेश को पीएम से मिलाने के लिए मुलायम सिंह यादव उन्हें खींचकर पीएम के पास लाए थे. अखिलेश और पीएम की मुलाकात होती है. इसी दौरान मुलायम सिंह पीएम मोदी के कान में कुछ कहते हैं और पीएम ठहाका लगाते हुए अखिलेश की पीठ पर हाथ रखते देते हैं. इस दौरान मंच पर मौजूद बीजेपी नेता भी पीएम के साथ ठहाके लगाते दिखते हैं. इस घटना के बाद सियासी हलकों में मुलायम के पीएम मोदी के कान में कही बात को लेकर कयास और चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था.
जब बेटे अखिलेश ने खोला राज
आखिर मुलायम सिंह ने पीएम मोदी के कान में उस दिन क्या कहा था इसका राज मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश यादव ने ही एक इंटरव्यू में खोला था. अखिलेश ने कहा था कि अगर में आपको बता दूं कि उस दिन मेरे पिताजी ने पीएम मोदी जी के कान में क्या कहा था आप यकीन नहीं करेंगे. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश ने बताया, "प्रधानमंत्री जी ! जरा बचकर रहना ये मेरा बेटा है." यही बात थी जिसे सुनकर 19 मार्च 2017 को पीएम मोदी सहित बीजेपी के सभी नेता ठहाके लगाकर हंस पड़े थे. साल 2017 के सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में मुलायम सिंह के चेहरे पर हार की मायूसी नहीं बल्कि दोबारा से सत्ता में काबिज होने की कोशिश का हौसला नजर आ रहा था. वो मुस्कुरा कर लोगों से मिल रहे थे. यहां तक की जिस पार्टी के हाथों यूपी में उनकी पार्टी को सत्ता गंवानी पड़ी थी उसके मुखिया से इस गर्मजोशी से उनकी मुलाकात मुलायम की राजनीतिक दूरदर्शिता के बारे में बगैर कहे ही बहुत कुछ कह गई थी.
Shri Mulayam Singh Yadav Ji was a remarkable personality. He was widely admired as a humble and grounded leader who was sensitive to people’s problems. He served people diligently and devoted his life towards popularising the ideals of Loknayak JP and Dr. Lohia. pic.twitter.com/kFtDHP40q9
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2022
पीएम मोदी से खास रिश्ते
ऐसा अक्सर कम ही होता है कि विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के आपस में अच्छे रिश्ते हो या उनके बीच संबंध सामान्य हो, लेकिन मुलायम सिंह यादव और पीएम मोदी के बीच शायद ऐसा नहीं रहा. इसका अंदाजा साल 2017 की इसी घटना से लगाया जा सकता है, क्योंकि मुखर रहे पीएम मोदी ने कभी भी किसी सार्वजनिक मंच से मुलायम के अपने कान में कही बात का खुलासा किया और न ही उसे उनके खिलाफ इसका इस्तेमाल किया. इस बारे में मुलायम ने भी कहीं कोई बात उस दिन के बाद नहीं की. सियासत की बिसात पर एक दूसरे के विरोधी होते हुए भी इन दोनों के रिश्ते मधुर ही रहे, तभी तो पीएम मोदी सैफई में एक शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. साल 2015 में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप के तिलक समारोह में पीएम मोदी पहुंचे थे और इस दौरान भी उन्होंने बेहद आत्मीयता के साथ मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की थी. तब दोनों नेता गले मिले और कसकर थोड़ी देर तक एक-दूसरे के हाथ थामे रहे थे.
पीएम मोदी ने कहा बेहद दर्द में हूं
प्रधानमंत्री मोदी ने मुलायम सिंह यादव की निधन के बाद ट्वीट किए हैं. इनके जरिए उन्होंने मुलायम सिंह के परिवार और उनसे जुड़े लोगों के लिए संवेदनाएं जताई हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने उनसे मुलाकातों की यादगार फोटोज भी पोस्ट की हैं. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "जब हमने अपने-अपने राज्यों में मुख्यमंत्रियों के तौर पर काम कर रहे थे, तब मुलायम सिंह यादव जी के साथ मेरी कई बार बातचीत हुई. घनिष्ठता जारी रही और मैं हमेशा उनके विचारों जानने के लिए उत्सुक रहता था. उनके निधन से में बेहद दुखी और दर्द में हूं. उनके परिवार और लाखों समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ओम शांति."
I had many interactions with Mulayam Singh Yadav Ji when we served as Chief Ministers of our respective states. The close association continued and I always looked forward to hearing his views. His demise pains me. Condolences to his family and lakhs of supporters. Om Shanti. pic.twitter.com/eWbJYoNfzU
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2022
एक दूसरे ट्वीट में पीएम ने कहा, "मुलायम सिंह यादव जी एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे. उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के तौर पर बड़े स्तर पर सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे. उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जेपी और डॉ. लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया."
Mulayam Singh Yadav Ji distinguished himself in UP and national politics. He was a key soldier for democracy during the Emergency. As Defence Minister, he worked for a stronger India. His Parliamentary interventions were insightful and emphasised on furthering national interest. pic.twitter.com/QKGfFfimr8
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2022
पीएम मोदी ने कहा, "मुलायम सिंह यादव जी ने यूपी और राष्ट्रीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई. वह आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए एक प्रमुख सैनिक थे. रक्षा मंत्री के तौर पर उन्होंने एक मजबूत भारत बनाने के लिए काम किया. उनके संसदीय हस्तक्षेप व्यावहारिक थे और राष्ट्रीय हित को आगे बढ़ाने पर जोर देते थे."
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