Nagaland Vidhan Sabha Chunav 2023: नागालैंड में 27 फरवरी को 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान होना है, जिसके नतीजे 2 मार्च को आएंगे. चुनाव से पहले नागालैंड के पूर्व मुख्यमंत्री और नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के प्रमुख शुरहोजेली लीजित्सू (Shurhozelie Liezietsu) ने बुधवार (22 फरवरी) को कहा कि चुनाव के बाद गठबंधन का विकल्प अब भी खुला है, लेकिन यह तय नहीं है कि वे किस पार्टी का समर्थन करेंगे. एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाला चुनाव बहुत खास है, क्योंकि पहले केवल 3-4 पार्टियां ही लड़ती थीं, लेकिन इस बार 12 राजनीतिक पार्टियां हैं. इसके साथ ही लीजित्सु ने कहा कि हमारी एकमात्र क्षेत्रीय पार्टी है, बाकी राष्ट्रीय पार्टियां हैं.
बीजेपी-एनडीपीपी गठबंधन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "बीजेपी और एनडीपीपी के बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं हैं. दोनों घोषणा कर रहे हैं कि वे अपने दम पर सरकार बनाएंगे, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा कर पाएंगे." उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हमें मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. पहले हम सभी 60 उम्मीदवारों को मैदान में उतारते थे, लेकिन इस बार आखिरी समय में हमारे कई उम्मीदवार दूसरे दलों में चले गए. मुझे पुनर्गठन के लिए ज्यादा समय नहीं मिला, जिसकी वजह से पार्टी केवल 22 उम्मीदवारों को खड़ा करने में सक्षम थी. उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि सभी 22 जीतने का मौका देते हैं और हम केवल 12-15 सीटों की उम्मीद कर रहे हैं.
नागालैंड में स्थिति पहले से ही है शांतिपूर्ण
चुनाव के बाद किसी भी गठबंधन के बारे बात करते हुए शुरहोजेली लीजित्सू ने कहा कि चुनाव के बाद गठबंधन का परिदृश्य खुला है, लेकिन अभी यह टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी कि हम किसके पक्ष में जाएंगे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि नागालैंड से 3-4 साल में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (AFSPA) वापस ले लिया जाएगा. इस बात पर उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि नागालैंड में स्थिति पहले से ही शांतिपूर्ण है और पिछले 6-7 वर्षों में कोई हिंसा नहीं हुई है. कुछ घटनाएं पड़ोसी राज्यों में हुई हैं, लेकिन यहां नहीं मैं नहीं जानता कि कितने साल वे AFSPA हटाने के लिए इंतजार करना चाहते हैं पर यहां स्थिति सामान्य है.
'केंद्र सरकार नहीं है गंभीर'
ईस्टर्न नागालैंड पीपुल्स ऑर्गेनाइजेशन (ईएनपीओ) के मुद्दे और नगा समस्या के बारे में पूछे जाने पर पूर्व सीएम ने कहा कि नगा लोग शांति चाहते हैं. 2018 में, बीजेपी ने वादा किया था कि वे नागा समस्या का समाधान करेंगे, और वे फिर से वही वादा कर रहे हैं. सरकार को उनके साथ आम आदमी की तरह बात करनी चाहिए. लीजित्सू ने आगे कहा कि केंद्र सरकार गंभीर नहीं है. पार्टी के घोषणापत्र के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने एक लंबा घोषणा पत्र तैयार किया है. हम भ्रष्टाचार और जबरन वसूली को खत्म करना चाहते हैं और नागालैंड के लोगों को एक सक्षम सरकार प्रदान करना चाहते हैं.