मुंबई: एनसीपी प्रमुख शरद पवार आज एक्शन में दिखे. पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की और इसके बाद भतीजे अजित पवार पर कार्रवाई करते हुए एनसीपी के विधायक दल के नेता से हटा दिया. उधर सूत्रों के मुताबिक शरद पवार ने कांग्रेस के सीनियर नेता अहमद पटेल को फोन किया और कहा कि अब सब कंट्रोल में है. उन्होंने पटेल को आश्वस्त किया कि राज्य में हमारी यानी शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की ही सरकार बनेगी.


आज सुबह अजित पवार के समर्थन में जितने विधायक थे शाम तक उनमें से अधिकतर शरद पवार की बैठक में पहुंच गए. सभी ने एक स्वर में शरद पवार के प्रति समर्थन व्यक्त किया. हालांकि बाद में एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि पांच एनसीपी विधायक उनके संपर्क में नहीं है. बाकी एनसीपी विधायकों को होटल में शिफ्ट कर दिया गया.





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एनसीपी की बैठक में क्या हुआ?


एनसीपी के विधायकों की बैठक में कुछ प्रस्ताव पारित हुए. इसमें कहा गया कि अजित पवार ने बीजेपी के साथ सरकार बनाकर पार्टी के खिलाफ बर्ताव किया है. इसलिए 30 अक्टूबर को उन्हें जो विधायक दल का नेता चुना गया था उस चुनाव को रद्द किया जाता है. अजीत पवार को विधायक दल के नेता के तौर पर हटाया गया और व्हिप जारी करने के अधिकार छीने गए. अजित पवार पर क्या कार्रवाई की जाए इसका फैसला शरद पवार और जयंत पाटिल पर छोड़ा गया. जयंत पाटिल को अंतरिम तौर पर विधायक दल के नेता की जिम्मेदारी दी गई. विधायक दल के नेता के सभी अधिकार जयंत पाटिल को दिए गए.


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उद्धव ठाकरे ने क्या कहा?


वहीं आज उद्धव ठाकरे ने भी अपने विधायकों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने अपने विधायकों से कहा कि वे शांत रहे. राज्य में हमारी ही सरकार बनेगी और हमारा सीएम होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एनसीपी और कांग्रेस के साथ बातचीत सकारात्मक है.


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