उद्धव के शपथग्रहण पर शिवसेना ने कहा- आज नया सूर्योदय, देश में 15 अगस्त 1947 जैसा जश्न
शिवसेना ने कहा है कि कामकाज साफ-सुथरे तरीके से चलेगा. शरद पवार जैसे अनुभवी मार्गदर्शक हमारे साथ हैं. तीनों पार्टियों में प्रशासनिक जानकारी रखनेवाले लोगों की फौज है. मुख्य बात ये है कि किसी के मन में एक-दूसरे के प्रति मैल नहीं है.
मुंबई: महाराष्ट्र को पहली बार आज शिवसेना से कोई मुख्यंत्री मिलेगा. शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे आज शाम 6 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके शपथग्रहण की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. शपथग्रहण को लेकर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि आज नया सूर्योदय हुआ है. सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं आज पूरे देश में 15 अगस्त 1947 यानी आजादी के दिन जैसा जश्न देखने को मिल रहा है.
उद्धव विराजमान हो रहे हैं, ये महाराष्ट्र का भाग्य- शिवसेना
शिवसेना ने कहा है, ‘’15 अगस्त 1947 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जैसा शानदार समारोह महाराष्ट्र सहित पूरे हिंदुस्थान में मनाया गया था, वही आनंद और जोश आज महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश में दिख रहा है.’’ पार्टी ने आगे कहा, ‘’शिवसेना का मुख्यमंत्री और उसमें भी उद्धव ठाकरे इस पद पर विराजमान हो रहे हैं, ये महाराष्ट्र का भाग्य है. यह समारोह मराठी माणुस को धन्यता महसूस करानेवाला है.’’
शांत होने पर तूफान खड़ा कर देते हैं उद्धव
शिवसेना ने आगे कहा, ‘’जो उद्धव ठाकरे को पहचानते हैं, उनके मन में ये विश्वास है कि जब वे कोई जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं तो उसे पूरी शिद्दत से निभाते हैं. उद्धव ठाकरे की विशेषता है कि बाहर तूफान होने के बावजूद वे शांत रहते हैं और शांत होने पर तूफान खड़ा कर देते हैं.’’
शिवसेना ने सामना में लिखा है, ‘’देश के बड़े-बड़े नेता दिल्लीश्वरों के आगे घुटने टेक रहे हैं, ऐसे में उद्धव ठाकरे किसी भी दबाव के आगे नहीं झुके. स्वाभिमान को गिरवी नहीं रखा और जिन लोगों ने बालासाहेब की साक्षी में ‘झूठ’ बोलने का प्रयास किया, उस ढोंग से हाथ नहीं मिलाया. ‘कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना की सरकार तीन पैरों पर खड़ी है और ये नहीं टिकेगी’, ऐसा शाप देवेंद्र फडणवीस ने शुभ मुहूर्त पर दिया है.’’
शरद पवार जैसे अनुभवी मार्गदर्शक हमारे साथ- शिवसेना
शिवसेना ने कहा, ‘’मुख्य बात यह है कि सरकारी बंगलों, सरकारी कार्यालयों और जांच एजेंसियों का प्रयोग कपट और साजिश के लिए बिल्कुल नहीं होगा, ये पक्की बात है. कामकाज साफ-सुथरे तरीके से चलेगा. शरद पवार जैसे अनुभवी मार्गदर्शक हमारे साथ हैं. तीनों पार्टियों में प्रशासनिक जानकारी रखनेवाले लोगों की फौज है. मुख्य बात ये है कि किसी के मन में एक-दूसरे के प्रति मैल नहीं है. सरकार अपना काम करे और गत चार दिनों में जो कुछ हुआ, उस कीचड़ में पत्थर न फेंकते हुए विरोधी दल सकारात्मक नीति अपनाए.’’
यह भी पढ़ें-आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने जा रहे उद्धव ठाकरे का ऐसा रहा है सियासी सफर
उद्धव ठाकरे ने फोन कर पीएम मोदी को शपथ ग्रहण में आने का दिया न्योता, प्रधानमंत्री ने दी बधाई
करोड़ों भारतीयों के बैंक खाते पर 'खतरा', जानें किससे सावधान रहना होगा आपको
जानें होम लोन लिया है तो कैसे मिल सकती है टैक्स छूट, दो घरों के मालिकों के लिए क्या हैं नियम