आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में 140 लोग संक्रमित हो चुके हैं जिसके बाद मंदिर को बंद करने की मांग उठने लगी थी. लेकिन इस बीच मंदिर के बोर्ड के शीर्ष अधिकारी ने पुजारियों और कर्मचारियों के संक्रमित होने के बावजूद ये कहा है कि बालाजी मंदिर लोगों के दर्शन के लिए खुला रहेगा. केंद्र की अनलॉक योजना के तहत मंदिर के बोर्ड ने 11 जून को इसे फिर से खोलने का फैसला किया था.
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड की चेयरपर्सन वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा कि, तिरुमाला तिरुपति बालाजी मंदिर में सार्वजनिक दर्शन को रोकने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोनोवायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण करने वाले तीर्थयात्रियों का कोई सबूत नहीं है.
टीटीडी चेयरपर्सन श्री रेड्डी ने कहा कि, कोरोनोवायरस से संक्रमित होने वालों में से अधिकांश आंध्र प्रदेश पुलिस के हैं जो मंदिर के साथ काम कर रहे हैं. "उनमें से केवल एक में गंभीर लक्षण हैं," तो वहीं 70 रिक्वर हो चुके हैं.
श्री रेड्डी ने कहा, "तिरुमाला मंदिर को बंद करने की हमारी कोई योजना नहीं है. वरिष्ठ पुजारियों को ड्यूटी पर नहीं रखा जाएगा. पुजारी और कर्मचारियों ने अलग-अलग आवास का अनुरोध किया है."
मानद मुख्य पुजारी, रमन दीक्षितुलु ने कोरोना पॉजिटिव आनेवाले पुजारियों और कर्मचारियों पर चिंता जताई है. रमन दीक्षितुलु ने मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को टैग करते हुए ट्वीट किया और कहा कि, दर्शन को रोक देना चाहिए नहीं तो ये वायरस और भयानक रूप ले सकता है.
रमना दीक्षितुलु को सेवानिवृत्ति के लिए उम्र पार करने के बाद 2018 में मंदिर के मुख्य पुजारी के रूप में हटा दिया गया था. उन्होंने टीटीडी पर वित्तीय गड़बड़ियों का भी आरोप लगाया था. मई 2019 में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने के बादउन्हें मानद मुख्य पुजारी के रूप में फिर से नियुक्त किया गया. जहां उन्हें एक सलाहकार के रूप में मंदिर की सेवा करने के लिए नियुक्त किया गया.
सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में कोरोनावायरस के मामलों ने एक लाख का आंकड़ा पार कर लिया है, जिसमें 34,956 ताजा संक्रमण और एक दिन में 687 मौतें हुई हैं जो सबसे ज्यादा है.